बीएयू के शोधार्थी का इसरो में वैज्ञानिक के रूप में चयन
मूलरूप से पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के हैं रहने वाले सत्र : 2019-21 से

भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के एकेडमिक रिकॉर्ड में एक और उपलब्धि शामिल हुई है। दरअसल, बीएयू के मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग के शोधार्थी देबजीत चक्रवर्ती का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद (इसरो) में वैज्ञानिक के रूप में हुआ है। वे मूलरूप से पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के सिंगुर, बोराई के रहने वाले हैं। इस उपलब्धि पर बीएयू के कुलपति प्रो. दुनिया राम सिंह ने कहा कि यह पूरे विवि परिवार के लिए गर्व का क्षण है।
बीएयू के पीआरओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि 30 दिसंबर 2024 कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) परीक्षा में वे शामिल हुए। इसके बाद 20 मार्च को हैदराबाद स्थिति एनआरसी मुख्यालय में उनका इंटरव्यू हुआ। इस परीक्षण के बाद उनका चयन किया गया। उन्होंने बीएयू से सत्र : 2019-21 में पीजी की पढ़ाई पूरी की। वे आईसीएआर-एनटीएस फेलो के रूप में 2019 में विवि में नामांकित हुए थे। वे एसएससी, बीएयू सबौर के जूनियर वैज्ञानिक डॉ. निंटू मंडल के सानिध्य में पीएचडी कर रहे हैं।
उनका डॉक्टरेट शोध प्रबंध गैर-कैल्केरियस और कैल्केरियस मिट्टी में गेहूं राइजोस्फीयर के तहत लौह और जस्ता नैनोकणों के बैक्टीरिया मध्यस्थता संश्लेषण और उनके मूल्यांकन पर आधारित है। वह पर्यावरण विज्ञान में नवंबर, 2022 तक यूजीसी जेआरएफ भी हैं। बाह्य मूल्यांकन के बाद उन्हें जेआरएफ से एसआरएफ में अपग्रेड करने की सिफारिश की गई है। मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग द्वारा देबजीत को सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम रखा। इसमें उन्हें सम्मानित किया गया।
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