बीएसएफ जवान दीपक का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव, परिजन सहित ग्रामीणों में पसरा मातम
बीएसएफ जवान दीपक कुमार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव धमना पहुंचते ही मातम छा गया। जवान की पत्नी और बच्चों के साथ ग्रामीणों की आंखों में आंसू थे। पंचायत मुखिया ने शहीद जवान के सामाजिक कार्यों की...

झाझा, नगर संवाददाता। बीएसएफ जवान दीपक का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव पहुंचते ही परिजनों सहित ग्रामीणों में मातम छा गया। न्यू जलाइपगुड़ी में भारत बंग्लादेश की सीमा पर तैनात धमना गांव के गजाधर रावत के एकलौते पुत्र जवान दीपक कुमार की मौत हो जाने के बाद शहीद जवान का पार्थिव शरीर बीएसएफ के जवानों के द्वारा उनके पैतृक गांव धमना पूरे मान सम्मान के साथ लाया गया। पार्थिव शरीर ज्योंहि उनके घर पर पहुंचा वैसे ही शहीद जवान की पत्नी सविता देवी, पुत्र अभिनव कुमार, आर्यन कुमार, पुत्री श्वेता कुमारी एवं सोनम कुमारी सहित सारे परिजनों एवं ग्रामीणों के आंखों में आंसू आ गए। लोगों के रुदन रुकने का नाम नही ले रहे थे। ग्रामीण महिलाएं शहीद जवान की पत्नी और पुत्र- पुत्री को ढांढस देते रहे। जवान का पार्थिव शरीर पहुंचने पर ग्रामीणों की भीड़ भी जुट चुकी थी।लोग जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक दीपक तेरा नाम रहेगा के नारे लगाते रहे। शहीद के अंतिम दर्शन को लेकर ग्रामीण सहित आसपास के गांव के लोग भी पहुंचे हुए थे। पंचायत के मुखिया प्रतीक शर्मा ने बताया कि यह बहुत दुखद घटना है। शहीद जवान दीपक गांव के हर सामाजिक कार्यो में अपना सहयोग प्रदान किया करते थे। शोकाकुल पूरे परिवार के साथ हमेशा खड़े रहेगे और उनके हर दुख में हम लोग साथ रहेंगे और हर मदद प्रदान किया जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।