Heart Patients at Risk Excess Water Intake Leads to Increased Heart Attacks in Bhagalpur ज्यादा पानी भी देने लगा दिल का दर्द, पहुंच रहे अस्पताल, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsBhagalpur NewsHeart Patients at Risk Excess Water Intake Leads to Increased Heart Attacks in Bhagalpur

ज्यादा पानी भी देने लगा दिल का दर्द, पहुंच रहे अस्पताल

अप्रैल के पहले सप्ताह ह्रदय रोगियों की संख्या में 30 फीसदी इजाफा शरीर में ज्यादा

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरWed, 9 April 2025 06:15 AM
share Share
Follow Us on
ज्यादा पानी भी देने लगा दिल का दर्द, पहुंच रहे अस्पताल

भागलपुर, वरीय संवाददाता। अगर आप दिल के रोगी हैं तो ये खबर आपके लिए है। दिन ब दिन लगातार तल्ख हो रहे गर्मी के तेवर को देखते हुए अगर आप पानी ज्यादा पी रहे हैं तो जरा सतर्क हो जाएं। क्योंकि ज्यादा पानी पीने वाले दिल के बीमारों को दिल का दर्द हो रहा है और वे इलाज के लिए अस्पताल तक पहुंचने को मजबूर हो रहे हैं।

जेएलएनएमसीएच में बीते सात दिन में हार्ट अटैक के कुल 17 मामले

जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (मायागंज अस्पताल) में दिल के बीमारों की संख्या गर्मी के तेवर तल्ख होने के बाद बढ़ने लगे हैं। मार्च के पहले सप्ताह की तुलना में अप्रैल के पहले सप्ताह में हृदय रोगियों की संख्या में 30 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है। एक अप्रैल से लेकर सात अप्रैल के बीच इस अस्पताल में हार्ट अटैक के शिकार मरीज इलाज के लिए पहुंचे। इनमें से आठ मरीजों में हार्ट अटैक का कारण उनके द्वारा लगातार ज्यादा पानी पीना पाया गया। इस दौरान 35 से 55 साल के मरीजों की केस हिस्ट्री में डॉक्टरों ने पानी का ज्यादा सेवन पाया। विशेषज्ञों के मुताबिक, कमजोर हृदय व पूर्व में अटैक झेल चुके मरीजों को ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए, इससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा रहता है। सिर्फ पानी ही नहीं, कोई भी पेय पदार्थ सीमित मात्रा में पीएं।

ज्यादा पानी पीने से दिल के मरीजों में जमा होने लगता है पानी

ब्लॉकेज के कारण मांसपेशियां कमजोर होने से हृदय में पंपिंग की रफ्तार धीमी हो जाती है। हार्ट के मरीज अगर ज्यादा मात्रा में पानी पीते हैं, तो दिल की धड़कन अनियमित होने का भी खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। ब्लॉकेज से मांसपेशियां कमजोर होने से हृदय के पंप की गति काफी कम हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हृदय रोगियों के शरीर में बहुत अधिक पानी पीने से वह जमा होने लगता है। पैरों, जांघों और कूल्हों में सूजन आ जाती है जिससे हृदय को अधिक काम करना पड़ता है। साथ ही जिनके वॉल्व में रुकावट या फिर कमजोर होने से उसमें लीकेज की समस्या हो, उन्हें भी पानी कम पीना चाहिए।

दिन में एक से सवा लीटर से ज्यादा न पीएं तरल पदार्थ

मायागंज अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजकमल चौधरी बताते हैं कि मायागंज अस्पताल में इलाज को आए मरीजों में देखा गया कि उन्हें जानकारी की कमी है। अभाव में वह गर्मी में सामान्य मरीज की तरह पानी पीते रहे। गुरुवार को तीन ऐसे मरीज इलाज को पहुंचे जो कि चार से पांच लीटर तक पानी रोज पी रहे थे। जो कि यह आगे चलकर उन्हें हार्ट को खतरे की तरफ ले जा सकता है। ऐसे में कमजोर हृदय व पूर्व में हार्ट अटैक झेल चुके मरीजों को बेहद सावधानी की जरूरत है। दिनभर में एक से सवा लीटर से ज्यादा तरल पदार्थ कतई ना लें।

अगर आप दिल के मरीज हैं तो इन बातों का रखें ध्यान

- एक साथ पीने की बजाय थोड़ा-थोड़ा करके पानी पीएं।

- पानी ही नहीं दूध, चाय ज्यादा पीने से बचें।

- एक से सवा लीटर पानी व तरल पदार्थ लेना ही बेहतर।

- बार-बार प्यास लगती है तो बगैर देरी के डॉक्टर से मिलें।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।