बच्चों का व्यवहार, पढ़ाई और जीवनशैली पर डालता है सकारात्मक असर
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बच्चों का व्यवहार, पढ़ाई और जीवनशैली पर डालता है सकारात्मक असर बच्चों को तनावमुक्त जीवन जीने का सिखाया गया तरीका पावापुरी, निज संवाददाता। चोरसुआ में शुक्रवार को राजयोग मेडिटेशन कार्यक्रम में बच्चों को तनाव मुक्त जीवन जीने, आत्मशक्ति बढ़ाने और सकारात्मक सोच विकसित करने के तरीके बताए गए। कार्यक्रम में बच्चों को खुद से संवाद करना, अपने भीतर की बुराइयों को पहचानना और परमात्मा से जुड़ने के व्यावहारिक अभ्यास कराए गए। राजगीर के प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र द्वारा चोरसुआ के सरस्वती विद्या मंदिर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। ब्रह्माकुमारी ज्योति, पूनम, उर्मिला और स्नेहा बहनों ने कहा कि मेडिटेशन से आत्मबल बढ़ता है, जो आज के समय में विद्यार्थियों के लिए सबसे जरूरी है।
उन्होंने बताया कि रोज़ाना कुछ समय के लिए ध्यान लगाने से सोचने-समझने की शक्ति बढ़ती है और भावनात्मक संतुलन बनता है। मेडिटेशन सकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत है, जो बच्चों के व्यवहार, पढ़ाई और जीवनशैली पर सकारात्मक असर डालता है। मौके पर सोनू कुमार सक्सेना, रोहित कुमार, अमरेंद्र कुमार, विशेश्वर दास, विभा कुमारी, सरोज कुमारी, ऊषा कुमारी, रामचंद्र प्रसाद, उमेश प्रसाद आदि मौजूद थे।
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