Discussion on RTE Implementation Issues in Buxar Private School Association Meeting जिले के स्कूलों को अभी तक प्रतिपूर्ति राशि नहीं मिली, Buxar Hindi News - Hindustan
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जिले के स्कूलों को अभी तक प्रतिपूर्ति राशि नहीं मिली

बक्सर में प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक में आरटीई अधिनियम के तहत बच्चों की शिक्षा और प्रतिपूर्ति राशि की चर्चा की गई। शिक्षा सचिव ने अप्रैल में राशि के भुगतान का वादा किया था,...

Newswrap हिन्दुस्तान, बक्सरSat, 3 May 2025 09:42 PM
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जिले के स्कूलों को अभी तक प्रतिपूर्ति राशि नहीं मिली

बैठक कई समस्याओं की चर्चा कर उसके हल का निर्णय लिया गया आरटीई लागू हुए लगभग 15 वर्ष, लेकिन राशि नहीं मिली है फोटो संख्या 23 कैप्शन - शनिवार को बाईपास रोड स्थित एक निजी हॉल में आयोजित बैठक में भाग लेते निजी स्कूल संचालक। बक्सर, निज संवाददाता। प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में शहर के एमजी रेजिडेंसी होटल में विद्यालय प्रबंधकों व प्राचार्यों की बैठक आयोजित हुई। इसमें शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत नामांकित बच्चों एवं उन बच्चों का शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ाई की राशि की प्रतिपूर्ति को लेकर चर्चा हुई। विगत साल शिक्षा सचिव एवं शिक्षा विभाग ने स्वयं यह स्वीकारा किया था कि आरटीई का एडमिशन फरवरी, मार्च माह तक कर लिया जाएगा किंतु अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह तक विभाग द्वारा रेण्डोमाइजेशन किया जा रहा है।

साथ ही साथ आरटीई अधिनियम द्वारा पढ़ रहे छात्रों के फी भुगतान यथाशीघ्र करने का विभाग ने वायदा किया था। आरटीई को लागू हुए लगभग 15 वर्ष हो चुके हैं, कई जिले में प्रतिपूर्ति राशि का भुगतान लगातार हो रहा है किंतु बक्सर में अभी तक विद्यालयों को प्रतिपूर्ति राशि नहीं मिली है। जिला प्रशासन द्वारा 35 विद्यालयों के निरीक्षण का दिशा निर्देश भी जारी हुआ किंतु यह प्रक्रिया भी कई एक माह से मंथर गति से चल रही है। आरटीई द्वारा कक्षा वन में एडमिशन के लिए विभाग द्वारा जिन बच्चों का चुनाव किया जाता है उसका क्राइटेरिया केवल उम्र है। परिणाम यह होता है कि बच्चों को क ख ग घ और ए बी सी डी का भी ज्ञान नहीं है और वह निजी विद्यालयों में कक्षा वन के लिए भेज दिए जाते हैं। ऐसी स्थिति में बच्चों के मानस पटल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और अभिभावकों को ज्यादा नुकसान होता है, क्योंकि जिन बच्चों का एडमिशन नर्सरी में होना चाहिए उनका एडमिशन स्टैंडर्ड वन में प्रेषित कर दिया जाता है। एक बात और ध्यान में लानी है कि टेक्निकल स्मार्ट लोग इस प्रावधान का ज्यादा लाभ उठा रहे हैं। इसके साथ ही अन्य कई समस्याओं की चर्चा कर उसके हल का निर्णय लिया गया। बैठक में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय मिश्रा, फाउंडेशन के प्रिंसिपल विकास ओझा, कैंब्रिज के प्रिंसिपल मोहन दुबे, सिमरी प्रखंड से मोहम्मद इमरान अख्तर, नवानगर से दीपक कुमार यादव, डुमरांव से अमित कुमार, बक्सर पब्लिक स्कूल के निदेशक निर्मल कुमार सिंह, सरोज कुमार सिंह, प्रदीप पाठक व संजीव ओझा थे।

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