पराली जलाने वाले किसान सरकारी योजनाओं से होंगे वंचित
नावानगर में फसल अवशेष जलाने की घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीओ आलोक नारायण वत्स ने किसानों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ऐसा करना प्रदूषण और अग्निकांड का कारण बन सकता है। फसल अवशेष...

नावानगर। स्थानीय अंचल क्षेत्र में फसल अवशेष जलाने की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वरीय उप समाहर्ता सह सीओ आलोक नारायण वत्स ने वैसे किसानों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। बुधवार को सीओ ने कहा कि नावानगर अंचल क्षेत्र में किसानों द्वारा गेहूं के डंठल जलाने की सूचना मिल रही है। ऐसी स्थिति में प्रदूषण के साथ ही अगलगी की घटनाएं घटित हो सकती है। फसल अवशेष जलाना दंडनीय अपराध की श्रेणी में है। जिस पर कार्रवाई कर सरकारी लाभ की योजनाओं से वंचित किया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई के लिए निर्देश प्राप्त है। जिसके आलोक में बीएओ व कृषि समन्यवक को खेतों में फसल अवशेष जलाने वाले किसानों को चिन्हित कर सूची बनाने और उन पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
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