अवैध निकासी पर अंकुश को ले कोषागार का निगरानी दल ने लिया जायजा
पेज पांच की लीड धिकारी संजय कुमार साथ में कार्यपालक अभियंता और डीएसपी छपरा, नगर प्रतिनिधि। वित्तीय वर्ष 2024- 25 के समापन को ले 31 मार्च तक सारण कोषागार से होने वाली बड़ी राशि की निकासी पर निगरानी...

छपरा, नगर प्रतिनिधि। वित्तीय वर्ष 2024- 25 के समापन को ले 31 मार्च तक सारण कोषागार से होने वाली बड़ी राशि की निकासी पर निगरानी के लिए सारण प्रमंडल के आयुक्त ने निगरानी दल का गठन किया है। जिला बंदोबस्त पदाधिकारी संजय कुमार, भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता मिथिलेश कुमार, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना के पुलिस उपाधीक्षक सत्येंद्र राम को निगरानी टीम में शामिल किया गया है। आयुक्त के निर्देश पर बुधवार को निगरानी दल ने कोषागार पहुंचकर जिला कोषागार पदाधिकारी से कई अहम बिंदुओं पर जानकारी ली।आयुक्त ने निगरानी टीम को निर्देश दिया है कि अवैध निकासी पर हर हाल में रोक लगाने की जरूरत है। निगरानी टीम अपनी रिपोर्ट आयुक्त को सौपेगी। बंदोबस्त पदाधिकारी ने कोषागार पदाधिकारी को पूरी तरह से पारदर्शिता बरतते हुए आयुक्त व वित्त विभाग से मिले गाइडलाइन के मुताबिक ही कार्य करने को कहा। मार्च क्लोजिंग में पहले जैसी आपाधापी नहीं प्रशासनिक कर्मियों ने बताया कि ऑनलाइन माध्यम की वजह से अब मार्च क्लोजिंग में वो बात नही रही जो कभी हुआ करती थी। पहले जहां मार्च क्लोजिंग में सरकारी कार्यालयों और कोषागार में आपाधापी लगी रहती थी, उत्सव का सा नजारा हुआ करता था, इसे मार्च लूट की संज्ञा दी जाती थी, स्थिति अब ठीक उलट नजर आती है। अब मार्च क्लोजिंग की न तो वो आपाधापी होती है और न ही भीड़। जिला कोषागार में पसरा रहा सन्नाटा कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिला कोषागार में बुधवार को भी सन्नाटा पसरा रहा। कोई खास भीड़ नजर नही आई। इक्का-दुक्का लोग आते रहे और अपना वेतन-पेंशन पास कराने में जुटे रहे। कुछ लोग सीएफएमएस पोर्टल की तकनीकी समस्या के बारे में भी कोषागार में पूछताछ करते नजर आए। कोषागार कर्मियों का कहना है कि मार्च के अंतिम सप्ताह में भी सामान्य दिन की तरह ही काम सम्पादित हो रहा है।कोषागार खुलने के बाद से देर शाम तक बिल जमा कर भुगतान लेने वाले लोगों की लंबी कतार नही दिखी। फलस्वरूप कोषागार के न तो कर्मी काम के बोझ से परेशान दिखे और न ही कोषागार पदाधिकारी से टेबल पर बिल के अंबार लगे थें। बताया जाता है कि विभाग अब पहले से ही अपनी तैयारी कर लेते हैं, जरूरी बिल का भुगतान पहले ही कर लिया गया था,यही कारण है कि अंतिम समय मे भीड़ भी कम है और कम संख्या में आवंटन भी आया है। वहीं जिला कोषागार अधिकारी कुमार विजय प्रताप व सहायक कोषागार पदाधिकारी संजय कुमार सुमन पूरे दिन कार्यालय में जमे रहे और बिल को पास करते नजर आए जिला कोषागार पदाधिकारी ने बताया कि जिला पदाधिकारी अमन समीर से मिले गाइडलाइन के मुताबिक अंतिम समय मे सर्वर की वजह से परेशानी न हो इसलिए 10 दिन पूर्व ही सभी विभागों को पत्र के माध्यम से समय पर अपना बिल पास कराने की बात कही गई थी। पूर्व से ही प्रक्रिया चल रही थी इसलिए माह का अंतिम सप्ताह होने पर भी अधिक भीड़ नही हो रही है, सभी विभागों का अच्छा सहयोग मिल रहा है। हांलाकि जिले के कई विभागों के निकासी -व्ययनन पदाधिकारी वितीय वर्ष के अंतिम दिन प्राप्त आवंटन की निकासी करने को लेकर भागदौड़ करते देखे गये।
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