सीआरपीएफ और एसएसबी बिहार पुलिस के जवानों को देंगी ट्रेनिंग, सरकार के फैसले की वजह जानें
बिहार पुलिस में 21391 सिपाहियों का चयन हाल में ही हुआ है। अभी इनकी नियुक्ति हो रही है। इनमें बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस में नियुक्त हुए 1299 सिपाहियों को सीआरपीएफ ट्रेंड करेगी।

बिहार के नवनियुक्त सिपाहियों के बुनियादी प्रशिक्षण का खाका तैयार कर लिया गया है। हाल में ही चयनित सिपाहियों का प्रशिक्षण अलग-अलग जगहों पर होगा। इनमें बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस में नियुक्त हुए 1299 सिपाहियों को सीआरपीएफ ट्रेंड करेगी। इनमें पुरुषों के साथ ही महिला सिपाही भी शामिल होंगी। इनमें 685 महिला सिपाहियों का प्रशिक्षण मोकामा स्थिति सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में होगा। वहीं 614 पुरुष सिपाही यूपी स्थित सीआरपीएफ के चंदौली प्रशिक्षण केन्द्र जाएंगे। वहीं, एसएसबी के प्रशिक्षण केन्द्रों में भी सिपाहियों को ट्रेनिंग दिलाने पर बातचीत चल रही है।
21391 सिपाहियों का हुआ है चयन
बिहार पुलिस में 21391 सिपाहियों का चयन हाल में ही हुआ है। अभी इनकी नियुक्ति हो रही है। नवनियुक्त महिला और पुरूष सिपाहियों के प्रशिक्षण कहां-कहां होंगे इसे अंतिम रूप दे दिया गया है। सिपाहियों को राज्यभर के 35 जिला प्रशिक्षण केन्द्र के अलावा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बिविसपु) की 15 वाहिनियों में स्थिति प्रशिक्षण केन्द्र में ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केन्द्र में भी सिपाहियों की ट्रेनिंग दी जाएगी। एसएसबी में ट्रेनिंग दिलाने को लेकर भी बातचीत चल रही है। जल्द ही इसके अंतिम रूप देने की संभावना है। हालांकि अभी तय नहीं है कि एसएसबी में कितने जवानों की ट्रेनिंग होगी।
सीआरपीएफ और एसएसबी में बेहतर ट्रेनिंग
बिहार में हाल के वर्षों में बड़ी संख्या में सिपाही और दारोगा की बहाली हुई है। हालांकि राज्य में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में सिपाहियों के प्रशिक्षण के लिए आधारभूत संरचना उपलब्ध नहीं है। ऐसे में बिहार पुलिस, केन्द्रीय बलों के प्रशिक्षण केन्द्रों में अपने जवानों की ट्रेनिंग को लेकर बातचीत कर रही है।
फिलहाल सीआरपीएफ में जगह मिल गई है और आनेवाले दिनों में एसएसबी में भी ट्रेनिंग दिए जाने की उम्मीद है। सीआरपीएफ में जिन महिला और पुरुष सिपाहियों को भेजने का निर्णय लिया गया है उनका चयन बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के लिए हुआ है। चूंकि यह जिला बल से अलग है और ज्यादा मुश्किल परिस्थितियों में इस फोर्स का इस्तेमाल किया जाता है लिहाजा इसके जवानों को ही सीआरपीएफ और एसएसबी से ट्रेंड कराने का निर्णय लिया गया है। सीआरपीएफ और एसएसबी की ट्रेनिंग भी बेहतर मानी जाती है।
क्या कहते हैं डीजीपी?
बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के नवनियुक्त कुछ सिपाहियों को सीआरपीएफ के मोकामा और चंदौली स्थित ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। एसएसबी से भी इस संबंध में बात हो रही है। -विनय कुमार, डीजीपी, बिहार
सीटीएस में छूटे हुए 971 जवान का प्रशिक्षण
नवनियुक्त 21391 सिपाहियों के अलावा सीटीएस, नाथनगर में 1791 जवानों का प्रशिक्षण होगा। इनमें 971 सिपाही ऐसे हैं जिनका चयन पूर्व में हुआ है या अनुकंपा पर बहाल हुए पर किसी कारणवश प्रशिक्षण नहीं हो पाया था। इसके अलावा 820 चालक सिपाहियों का भी सीटीएस में प्रशिक्षण होगा।