पाइप लीकेज, अतिक्रमण व गंदगी से परेशान हैं गंगासागर के निवासी
गंगासागर मोहल्ले के लोग वाटर सप्लाई पाइप लीकेज, अतिक्रमण और गंदगी से परेशान हैं। पाइप लीकेज के कारण पानी बर्बाद हो रहा है और घरों में पानी नहीं पहुंच रहा। नगर निगम की अनदेखी से लोग सबमर्सिबल के लिए...
वाटर सप्लाई पाइप लीकेज, अतिक्रमण व गंदगी से गंगासागर मोहल्ले के लोग परेशान हैं। लोगों का कहना है पाइप लीकेज के चलते हजारों लीटर पानी रास्ते में ही बहकर बर्बाद हो जाता है। घरों के नल से पानी टपकता नहीं है। इस कारण गरीब लोगों को पानी के लिए रोज सबमर्सिबल वाले पड़ोसी से चिरौरी करनी पड़ती है। बुनियादी सुविधाओं के अभाव से क्षुब्ध लोग बताते हैं कि वर्षों पूर्व पीएचईडी ने छह इंच की पतली पाइप कम गहराई पर बिछाई थी। इसके चलते हरेक आठ-10 दिनों पर वाहनों के चक्के की रगड़ से पाइप फूटने लगी। यह सिलसिला लगातार जारी है।
पाइप फूटने की शिकायत करने पर महीनों बाद लीकेज दुरुस्त होता है। फिर चंद दिनों में ही नई जगह पर लीकेज की समस्या हो जाती है। इसके चलते महीनों से घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने बताया कि इस वजह से पूरे गंगासागर मोहल्ले के लोग परेशान हैं। आक्रोशित लोग इसका जिम्मेवार नगर निगम प्रशासन को बताते हैं। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि वाटर पाइप लीकेज के चलते यहां जल- नल योजना भी फेल है। इसके बावजूद नगर निगम की ओर से एक भी सार्वजनिक सबमर्सिबल नहीं गाड़ा गया है। मोहल्ले के चापाकल भी सूखे हैं। नतीजन पानी की दैनिक जरूरत लोग सबमर्सिबल वाले पड़ोसी के मनमुताबिक पूरी कर रहे हैं। मोहल्ले के रामवृक्ष मंडल उर्फ मास्टर जी, मो. इस्माइल, मो. फूल हसन, अंकित पासवान,जवाहर, दिलीप साह, दुर्गा देवी आदि बताते हैं कि गर्मी के समय में पानी की किल्लत से हर वर्ष लोग परेशान हो रहे हैं। वहीं, बरसात में जलजमाव की स्थिति रहती है। फिर भी इसका निदान निगम के अधिकारी नहीं ढ़ूढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि सड़क-नाले की जमीन जगह-जगह अतिक्रमित है। इससे 30-40 फीट की सड़क सिकुड़कर 15-20 की हो गई है। लोगों ने सड़क के दोनों तरफ से घरों की रेलिंग, सीढ़ी, सबमर्सिबल बोरिंग आदि बनवा रखी है। इसके चलते जलनिकासी का रास्ता बंद हो गया है। साथ ही बड़े वाहनों की इंट्री होते ही मोहल्ले का मुख्य मार्ग जाम हो जाता है।
गंदगी भरा माहौल, स्ट्रीट लाइट भी गुल : गंगासागर मोहल्ला नगर निगम के वार्ड 27 का हिस्सा है। निर्मला देवी, कृष्ण कुमार साह, अमित कुमार, मो. इम्तियाज उर्फ चुन्नाजी आदि बताते हैं कि मोहल्ले में साफ-सफाई का अभाव है। सड़कों पर रोजाना झाड़ू नहीं लगता है। सिर्फ सुबह में एक बार टीपर गाड़ी कचरे का उठाव करती है। इसके बाद दिनभर लोग कचरा फेंकते रहते हैं। इसके चलते शाम तक सड़क पर गंदगी बजबजाने लगती है। उन्होंने बताया कि मोहल्ले में कचरा पेटी तक नहीं है। कचरा प्वाइंट निर्धारित नहीं होने से लोग मनमौजे अंदाज में जहां-तहां कचरा फेंक रहे हैं। उन्होंने बताया कि निगम में कचरा उठाव, गंदगी के प्रति जागरूकता फैलाने, कचरा प्रसंस्करण आदि के लिए अधिकारी तैनात हैं, इसके बावजूद इनका फायदा शहरवासियों को नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता या अन्य निगम अधिकारी आज तक मोहल्ले में निरीक्षण करने नहीं पहुंचे हैं। इससे गंगासागर मोहल्ले में बुनियादी सुविधाओं का विकास अवरुद्ध है।
-बोले जिम्मेदार-
वाटर लीकेज की शिकायत दूर करने के लिए पीडब्ल्यूडी के कर्मी नहीं आते हैं। बुडको व पीडब्ल्यूडी के कारण पूरा शहर परेशान है। वार्ड पार्षदों ने दोनों पर एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया है। सबमर्सिबल गाड़ने की पहल जल्द ही होगी। - गंगा मंडल, पार्षद, वार्ड 27 सह नगर निगम की स्थायी समिति के सदस्य
शहर के अन्य मोहल्लों की तरह गंगासागर में भी अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया है। फिर भी अगर लोग शिकायत करते हैं तो कर्मचारी को भेजकर उनकी रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। गंदगी से संबंधित की शिकायतें भी दूर की जाएंगी।
- रवि अमरनाथ, सिटी मैनेजर
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