पंचायतों से एईएस और जेई के मरीजों को लाने की होगी व्यवस्था
हर पंचायत में एईएस और जेई के मरीजों को अस्पताल लाने के लिए तीन वाहन चिन्हित किए जाएंगे। डीएम ने टीकाकरण की कमी पर फटकार लगाई और कहा कि सभी बीडीओ को टास्क फोर्स की बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं।...

पंचायतों से एईएस और जेई के मरीजों को लाने की होगी व्यवस्था पंचायत में वाहन चिन्हित करने का निर्देश, एंबुलेंस के रुप में होगा उपयोग
डीएम ने एईएस और जेई को लेकर की समीक्षा बैठक
वैक्सीनेशन सही से नहीं होने पर लगी फटकार, वेतन रुका
- तैयारी
गया, प्रधान संवाददाता
एईएस और जेई के मरीजों को अस्पताल लाने के लिए हर पंचायत में व्यवस्था होगी। प्रत्येक पंचायत से तीन वाहन चिन्हित रहेंगे जिन्हें एंबुलेंस की तरह उपयोग किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री परिवहन योजना के तहत चलने वाले वाहनों को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही किलोमीटर के हिसाब से 400 से 1000 तक की राशि दी जाएगी। पंचायत से अस्पताल पहुंचाने पर यह राशि तुरंत उपलब्ध करा दी जाएगी। शनिवार को एईएस-जेई की रोकथाम के लिए तैयारी को लेकर बैठक में डीएम डॉ. त्यागराजन ने यह बातें कहीं। उन्होंने शत प्रतिशित टीकाकरण करने का निर्देश दिया। हालांकि समीक्षा के दौरान कुछ स्थानों पर कम टीकाकरण होने को लेकर उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक को फटकार भी लगायी।
एईएस-जेई को लेकर रोजाना करेंगे समीक्षा
एईएस-जेई को लेकर जिला और प्रखंड स्तर के स्वास्थ्य, आइसीडीएस, शिक्षा, जीविका, प्रखंडों के बीडीओ, मगध मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक व प्राचार्य सर्तक एवं अलर्ट मोड में रहें। जून जुलाई में अधिक मामले आते हैं। रोजना जेई की रोकथाम व टीकाकरण को लेकर समीक्षा हो।
एईएस और जेई के लिए वार्ड तैयार
समीक्षा के दौरान जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर एईएस-जेई को लेकर स्पेशल वार्ड तैयार किए गए हैं। डीएम ने सुअरपालन वाले क्षेत्रों में वैक्सीनेशन का अपडेट लिया। जहां कम वैक्सीनेशन हुआ वहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम और चिकित्सा पदाधिकारी का वेतन बंद करने और स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।
बीडीओ अपनी अध्यक्षता में करें टास्क फोर्स की बैठक
डीएम ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया है कि वे अपनी अध्यक्षता में टास्क फोर्स की बैठक करें। अभियान चला कर सर्वे कराएं। आंगनबाड़ी सेविका और सुपरवाइजर के माध्यम से जेई टीकाकरण से छूटे बच्चों की लिस्ट तैयार कराएं। उन्होंने कहा कि सभी आशा व एएनएम की भूमिका तय करें।
एईएस के मामले सुबह के समय आते हैं। इसलिए चार से सुबह से छह बजे सुबह तक चिकित्सक रोस्टर के अनुसार मौजूद रहेंगे। जिला स्तर से रेंडमली इसकी जांच करते रहे कि सुबह में डॉक्टर अपने मुख्यालय या अस्पताल में मौजूद हैं या नहीं।
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