राज्यपाल की सुरक्षा में चूक,मंच तक पहुंचा प्रदर्शनकारी छात्र; गवर्नर को टागरेट कर पर्चियां उड़ाई
पीजी आईआरपीएम विभाग के छात्र आलोक कुमार अचानक राज्यपाल की ओर मंच पर दौड़ पड़ा। जब तक सुरक्षा कर्मी समझ पाते उसने कागज का कई पर्चा राज्यपाल की ओर फेंका, लेकिन संयोगवश राज्यपाल की दूरी के कारण किसी तरह की अनहोनी नहीं हुई।

बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान की सुरक्षा में उस समय बड़ी चूक उजागर हुई जब वे भागलपुर स्थित तिलका मांझी विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में भाग लेने गए थे। कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलन के समय भारी सुरक्षा चूक देखने को मिली। पीजी आईआरपीएम विभाग के छात्र आलोक कुमार अचानक राज्यपाल की ओर मंच पर दौड़ पड़ा। जब तक सुरक्षा कर्मी समझ पाते उसने कागज का कई पर्चा राज्यपाल की ओर फेंका, लेकिन संयोगवश राज्यपाल की दूरी के कारण किसी तरह की अनहोनी नहीं हुई।
एक छात्र को नारेबाजी करते राज्यपाल की ओर बढ़ते देख सुरक्षा बलों में हड़कंप मच गया। आननफानन में ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार सिंह सहित अन्य ने आलोक को दबोच कर हिरासत में लिया। पर्चे में विश्वविद्यालय से जुड़ी मूलभूत समस्याओं को पूरा करने संबंधी मांग थी। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। इस घटना से समारोह स्थल पर कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई। पुलिस कर्मियों की मदद से थोड़ी देर में स्थिति को शांत करा लिया गया। हालांकि इसे वीवीआईपी सुरक्षा प्रोटोकॉल में भारी लापरवाही के रूप में देखा जा रहा है।
छात्र संगठनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उन पर्चियों में विश्वविद्यालय की अनियमितताएं, परीक्षा परिणाम में देरी और छात्र हितों की अनदेखी जैसे मुद्दे लिखे गए थे। छात्र ने अपनी आवाज़ शासन-प्रशासन तक पहुंचाने के लिए यह कदम उठाया। लेकिन राज्यपाल तक पहुंचने से पहले मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए छात्र को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ की जा रही है कि वह किस संगठन से जुड़ा है और उसकी मंशा क्या थी। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद राज्यपाल सुरक्षित रूप से पटना के लिए रवाना हो गए।
राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में 150 से ज्यादा पीएचडी और विभिन्न संकायों, विषयों के टॉपर को कुलाधिपति ने अपने हाथों से उपाधि, स्मृति और गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। इसके अलावा 4500 से ज्यादा प्रशाल में मौजूद स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री धारियों को शपथ दिलाई गई। इस मौके पर मंच पर राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल चोंग्थू, वरीय शिक्षक डॉ. अशोक कुमार ठाकुर सहित अन्य मौजूद थे।