ऑनलाइन बुकिंग पर होम डिलीवरी; घर-घर पहुंचेगी मुजफ्फरपुर की लीची; इस कंपनी से करार
- राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र, मुशहरी के अतिथि गृह में ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी ब्लिंकिट के मार्केटिंग हेड ने इसको लेकर बिहार लीची एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ बैठक की। इसमें प्रतिदिन जिले से 10 से 12 टन लीची देश के विभिन्न महानगरों में पहुंचाने पर सहमति बनी।

अपने शाही स्वाद के लिए विश्व भर में विख्यात बिहार के मुजफ्फरपुर की लीची नई छलांग लगाने जा रही है। जिले के लीची किसान और व्यापारियों के लिए अच्छी खबर है। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र, मुशहरी के अतिथि गृह में बुधवार को ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी ब्लिंकिट के मार्केटिंग हेड ने इसको लेकर बिहार लीची एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ बैठक की। इसमें प्रतिदिन जिले से 10 से 12 टन लीची देश के विभिन्न महानगरों में पहुंचाने पर सहमति बनी। इससे किसानों की आय स्वतः बढ़ जाएगी। मुजफ्फरपुर की लीची को एक नया बाजार मिलेगा।
एसोसिएशन के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने बताया कि इससे यहां के व्यापारियों और किसानों को लीची की अच्छी कीमत मिलेगी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी के मार्केटिंग हेड सार्थक जैन के साथ बैठक में इस प्रस्ताव पर सहमति बनी है। यह कंपनी देश के महानगरों में ग्राहकों को ऑडर के महज 30 मिनट में डिलीवरी कराने की क्षमता रखती है। कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि ताजा लीची ग्राहकों तक पहुंचाने की रणनीति पर कंपनी काम करेगी।
अध्यक्ष ने कहा कि आने वाले दिनों में एक और बैठक होगी, उसके बाद मई में इनकी टीम यहां पर कैंप लगाकर व्यापारी और किसानों से लीची की खरीदारी एसोसिएशन के माध्यम से करेगी। किसान कंपनी को बागों की ताजा लीची उपलब्ध कराने की कोशिश करेंगे। कंपनी के सहयोग से किसानों को लीची की बेहतर कीमत मिलेगी और किसानों को लाभ मिलेगा। बैठक में मोही ग्रुप के निदेशक दीपक मिश्रा, ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी ब्लिंकिट के सागर व लीची उत्पादक संघ के अधिकारी मौजूद थे।
बिहार के मुजफ्फरपुर में लीची की बड़े पैमाने पर खेती होती है। मुजफ्फरपुर के अलावे आसपास के कई जिलों में लीची मुख्य कॉमर्सियल उत्पाद के रूप में जाना जाता है यहां की लीची इंगलैंड, अमेरिका जैसे देशों में भी भेजी जाती है जहां इसकी काफी मांग और खपत है।