सेक्सटॉर्शन गैंग का इन्टरनेशनल नेटवर्क, बिहार से गायब झारखंड के उद्योगपति को 16 विदेशी नंबरों से टॉर्चर किया
साइबर शातिरों ने पैसे वसूलने के लिए 16 विदेशी नंबरों से उन्हें कॉल की थी। ये विदेशी और वर्चुअल नंबर हैं, जो एप के जरिए जेनरेट होते हैं। पिछले साल एक दिसम्बर को मुजफ्फपुर पहुंचे उद्योगपति तीन दिसम्बर से गायब हैं।

झारखंड के जमशेदपुर में डिमना बस्ती निवासी नूडल्स कंपनी के मालिक व व्यवसायी शैलेन्द्र कुमार के पांच माह से लापता होने में नई जानकारी सामने आई है। सेक्सटॉर्शन के तहत उन्हें ब्लैकमेल किया गया था। साइबर शातिरों ने पैसे वसूलने के लिए 16 विदेशी नंबरों से उन्हें कॉल की थी। ये विदेशी और वर्चुअल नंबर हैं, जो एप के जरिए जेनरेट होते हैं। पिछले साल एक दिसम्बर को मुजफ्फपुर पहुंचे उद्योगपति तीन दिसम्बर से गायब हैं। नगर थाने में उनकी पत्नी ने केस दर्ज कराया है।
परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक डेढ़ लाख रुपये वसूलने के बाद साइबर शातिरों ने शैलेन्द्र के मोबाइल को हैक कर विभिन्न डिस्ट्रीब्यूटर के मोबाइल नंबर भी हासिल कर लिए और उनसे भी उनके नाम पर पैसे मांगे। यह जानकारी शैलेंद्र के पुत्र आदित्य कुमार और मुजफ्फरपुर नगर थाने में एफआईआर कराने वाली पत्नी शिवानी देवी ने पुलिस को दी है। पुलिस इस इनपुट के आधार पर काम कर रही है।
मुजफ्फरपुर नगर थाना के दारोगा राहुल कुमार को मामले में जांच अधिकारी बनाया गया है। मामले में शैलेंद्र के परिजनों के द्वारा दिए गए सभी मोबाइल नंबरों को ट्रैक किया जा रहा है। आदित्य ने बताया है कि दिसंबर से लेकर जनवरी तक उनके पिता के नंबर पर लगातार ब्लैकमेलिंग के लिए कॉल आती रही। साइबर अपराधियों ने उनके मोबाइल फोन को हैक कर लिया था। इसलिए पिता के कारोबार से जुड़े लोगों के नंबर भी साइबर शातिरों के हाथ लग गए। परिवार के सदस्यों के भी नंबर अपराधियों ने हासिल कर लिया था। उन सभी नंबरों पर भी अश्लील मैसेज भेजे गए।
तीन दिसम्बर 2024 से हैं गायब
दर्ज एफआईआर में शिवानी देवी ने पुलिस को बताया है कि शैलेंद्र अपने काम के सिलसिले में एक दिसंबर 2024 को जमशेदपुर से मुजफ्फरपुर आए। यहां कई व्यवसायियों के यहां तगादा के लिए गए। नगर थाना के सूतापट्टी स्थित एक गेस्ट हाउस में वह ठहरे थे। तीन दिसंबर की सुबह आठ बजे चेकआउट किया। उसी रात करीब नौ बजे आखिरी बार शिवानी की पति से बात हुई। इसके बाद उनका कोई पता नहीं चला। परिजनों का कहना है कि जमशेदपुर में थे तो शैलेंद्र परेशान रहते थे। उनके बैंक खातों से परिजनों को जानकारी हुई कि शैलेंद्र ने पहली बार साइबर शातिरों को 3000 रुपये भेजे थे। उसके बाद कुछ अंतराल पर वह लगातार पैसे भेजते रहे। करीब डेढ़ लाख रुपये साइबर शतिर ब्लैकमेल कर वसूल चुके थे।
सुराग जुटाने को सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
शहर से लापता जमशेदपुर के नूडल्स कारोबारी के संबंध में सुराग जुटाने के लिए नगर थाने की पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। सूतापट्टी में व्यवसायी ठहरे थे। इसलिए उस इलाके के सभी सीसीटीवी का फुटेज पुलिस खंगाल रही है। स्मार्ट सिटी के कंट्रोल कमांड सेंटर में फुटेज देखा जा रहा है।
बेटे ने कहा, पापा ने नहीं लिया था किसी से लोन
बेटे आदित्य ने बताया कि उनके डिस्ट्रीब्यूटर को साइबर अपराधियों ने फोन कर कहा कि शैलेन्द्र ने लोन लिया था, जिसे वे अदा नहीं कर रहे थे। आदित्य का कहना है कि उनके पिता ने लोन लिया ही नहीं था, उन्हें अपनी जाल में फंसाकर साइबर अपराधियों ने परेशान किया है