गोगरी केडीएस कॉलेज में प्राध्यापकों की कमी से सभी विषयों की नहीं होती पढ़ाई
2. बोले खगड़िया:गोगरी केडीएस कॉलेज में प्राध्यापकों की कमी से सभी विषयों की नहीं होती पढ़ाईगोगरी केडीएस कॉलेज में प्राध्यापकों की कमी से सभी विषयों की न

गोगरी केडीएस कॉलेज में प्राध्यापकों की कमी से सभी विषयों की नहीं होती पढ़ाई 2. बोले खगड़िया:
गोगरी केडीएस कॉलेज में प्राध्यापकों की कमी से सभी विषयों की नहीं होती पढ़ाई
प्राध्यापकों के कई पद कॉलेज में हैं वर्षों से रिक्त
छात्र व छात्राओं को कोर्स पूरा करने में हो रही परेशानी
गोगरी, एक संवाददाता
केडीएस कॉलेज, गोगरी में प्राध्यापकों के कई पद रिक्त होने से कॉलेज के स्टूडेंट को सभी विषयो की पढ़ाई नही हो पाती है। जिससे छात्र व छात्राओं को परेशानी होती है। जानकारी के अनुसार कॉलेज में प्राचार्य सहित 20 पद सृजित है। जिसमे हिंदी विभाग में तीन पद सृजित हैं, जिसमें एक विभागाध्यक्ष और एक सहायक प्राध्यापक कार्यरत हैं और एक पद खाली है। हिंदी के विभागाध्यक्ष अपने मूल महाविद्यालय के अतिरिक्त स्नातकोत्तर, हिंदी विभाग, मुंगेर विश्वविद्यालय मुंगेर में भी साप्ताहिक रूटीन के अनुसार कक्षा लेते हैं। इतिहास विभाग में दो पद सृजित है, जिसमें एक प्रोफेसर (वर्तमान में प्रभारी प्राचार्य) और एक अतिथि शिक्षक कार्यरत है, राजनीति विज्ञान विभाग में दो पद सृजित है, जिसमें एक विभागाध्यक्ष और एक अतिथि सहायक प्राध्यापक कार्यरत हैं।भौतिकी विभाग में एक पद सृजित है, जिसमें एक विभागाध्यक्ष कार्यरत हैं, रसायन शास्त्र विभाग में एक पद सृजित है, जिसमें एक विभागाध्यक्ष कार्यरत हैं और गणित विभाग में एक पद सृजित है। जिसमें एक विभागाध्यक्ष कार्यरत हैं। अर्थशास्त्र विभाग में दो पद सृजित है, जिसमें एक विभागाध्यक्ष और एक असिस्टेंट प्रोफेसर कार्यरत हैं। दर्शनशास्त्र विभाग में दो पद सृजित हैं,जिसमें एक विभागाध्यक्ष कार्यरत हैं और एक पद खाली है। अंग्रेजी विभाग में दो पद सृजित है और दोनों पद खाली है। उर्दू विभाग में एक पद सृजित है और यह पद रिक्त है। जंतु विज्ञान में एक पद सृजित है और उसमें कोशी कॉलेज के एक अतिथि शिक्षक सप्ताह में केवल दो दिन के लिए प्रतिनियुक्त किए गए हैं। वनस्पति विज्ञान विभाग में एक पद सृजित है, जिसमें कोई भी सहायक प्राध्यापक कार्यरत नहीं है। हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रोशन रवि ने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षा प्रदान करने की जो प्रक्रिया अपनाई गई है और उसमें जो नए-नए विषय जोड़े गए हैं, उसके अनुसार महाविद्यालय में पद सृजित करने की भी आवश्यकता है। सेमेस्टर सिस्टम में आंतरिक परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिसके लिए अलग से एक परीक्षा भवन की आवश्यकता होगी, क्योंकि आने वाले समय में सभी सेमेस्टर में विद्यार्थियों का नामांकन होने के पश्चात आंतरिक परीक्षा का आयोजन लगातार किया जाता रहेगा और भवन की कमी के कारण वर्गाध्यापन में बाधा आएगी।
बोले प्राचार्य :
महाविद्यालय में प्रोफेसर और शिक्षकेत्तर कर्मियों की कमी है। विभाग का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया है।
डॉ दिवाकर प्रसाद, प्राचार्य, केडीएस कॉलेज, गोगरी।
फोटो: 6
कैप्शन: गोगरी: केडीएस कॉलेज गोगरी का वर्ग कक्ष।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।