जिले के सीबीएसई स्कूलों में गर्मी की छुट्टी में पाठ्यक्रम होगा पुनर्गठित
मधुबनी में सीबीएसई ने गर्मी की छुट्टियों के दौरान पाठ्यक्रम में व्यापक बदलाव की योजना बनाई है। यह बदलाव प्री-प्राइमरी से कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए होगा, जिसमें स्थानीय भाषाओं के साथ-साथ एक अन्य...

मधुबनी, निज संवाददाता। सीबीएसई ने इस बार गर्मी की छुट्टियों के दौरान पाठ्यक्रम के पुनर्गठन की व्यापक योजना बनाई है। जिले के सभी सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी के नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क के तहत शिक्षण सामग्री में बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। खासकर प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए यह बदलाव लागू होगा। नई व्यवस्था के तहत स्थानीय भाषा के साथ-साथ एक अन्य भाषा को भी प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाने की योजना है। इससे छात्रों की भाषायी दक्षता बढ़ेगी। इसके लिए मई के अंत तक हर स्कूल में एक एनसीएफ क्रियान्वयन समिति बनाई जाएगी। यह समिति छात्रों की मातृभाषा का मानचित्रण करेगी और पाठ्यक्रम में जरूरी बदलावों का सुझाव देगी।
डीईओ जावेद आलम ने बताया कि स्थानीय भाषाओं जैसे मैथिली, भोजपुरी या अंगिका को पाठ्यक्रम में जगह देने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। साथ ही शिक्षकों को स्थानीय भाषाई संदर्भों के अनुरूप प्रशिक्षण देने की योजना भी बनाई जा रही है। जुलाई से जिले के स्कूलों में बदले हुए पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। मातृभाषा के साथ सीखने से छोटे बच्चों के लिए शिक्षा ज्यादा बोधगम्य होगी और वे बेहतर ढंग से विषयवस्तु को आत्मसात कर सकेंगे। सीबीएसई ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे गर्मी की छुट्टी के दौरान इस बदलाव को पूर्ण करें ताकि नए सत्र की शुरुआत एक नई और अधिक उपयोगी शिक्षण पद्धति से की जा सके।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।