बिहार के 48,000 हजार गांवों में महिला संवाद, 2 करोड़ महिलाएं होंगी शामिल; इन योजनाओं की मिलेगी जानकारी
- शुरुआत राजधानी पटना से की जाएगी। पटना जिले के 1395 गांवों में महिला संवाद का आयोजन किया जाएगा। इसमें फुलवारी के 62, पुनपुन के 85 और संपतचक के 39 गांव शामिल हैं। इसी तरह से जिलों के सभी गांवों में संवाद का आयोजन किया जाएगा।

बिहार की महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तीकरण के लिए महिला संवाद 18 अप्रैल से शुरू होगा। दो महीने तक चलने वाला यह संवाद 70 हजार स्थानों पर होगा। इसके लिए जगह का चयन कर लिया गया है। महिला संवाद के लिए छह सौ गाड़ियां हर गांव में घूमेंगी। संवाद में राज्य की दो करोड़ महिलाएं शामिल होंगी। इनमें एक लाख 35 हजार जीविका दीदियां भी हैं।
महिला संवाद एक साथ और एक ही दिन 38 जिलों में शुरू होगा। शुरुआत राजधानी पटना से की जाएगी। पटना जिले के 1395 गांवों में महिला संवाद का आयोजन किया जाएगा। इसमें फुलवारी के 62, पुनपुन के 85 और संपतचक के 39 गांव शामिल हैं। इसी तरह से जिलों के सभी गांवों में संवाद का आयोजन किया जाएगा। हर दिन 12 सौ जगहों पर महिला संवाद होगा। इसका आयोजन सुबह और शाम को होगा।
48 हजार गांवों में होगा संवाद
महिला संवाद का आयोजन राज्य के 48 हजार गांवों में किया जाएगा। जिन गांवों में आबादी अधिक होगी। वहां पर एक से अधिक महिला संवाद का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान महिलाओं से सरकारी योजनाओं के प्रति उनकी आकांक्षाओं की जानकारी ली जाएगी।
इन योजनाओं की मिलेगी जानकारी
महिलाओं के लिए आरक्षण, बिहार राज्य महिला सशक्तिकरण नीति 2015, नशामुक्ति अभियान, बाल विवाह और दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान, जीविका, सतत जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, सीएम बालिका पोशाक योजना, बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना आदि।
जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, हिमांशु शर्मा ने बताया कि महिला संवाद 18 अप्रैल से शुरू होगा। इसमें दो करोड़ महिलाओं को जोड़ा जाएगा। एक साथ 38 जिलों में यह शुरू होगा। हर गांव में महिला संवाद का आयोजन किया जाएगा।