बिहार में मानसून समय से पहले दे सकता है दस्तक, मौसम विभाग ने बताई तारीख
Monsoon In Bihar: मौसम विभाग के अनुसार बिहार में मानसून प्रवेश करने की संभावित तिथि 13 से 15 जून है। पिछले वर्ष बिहार में पांच दिनों की देरी से 20 जून को मानसून था। सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। वहीं 2023 में मानसून समय से एक दिन पहले 12 जून को प्रवेश कर गया था।

Monsoon In Bihar: इस बार मानसून समय से चार दिन पूर्व दस्तक दे सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुमान के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून के 27 मई को केरल पहुंचने के आसार हैं। आमतौर पर मानसून एक जून को केरल के रास्ते देश में प्रवेश करता है। केरल में पहले मानसून आने से उम्मीद जताई जा है कि बिहार में भी यह समय से पहले प्रवेश करेगा। मौसम विभाग के अनुसार बिहार में मानसून प्रवेश करने की संभावित तिथि 13 से 15 जून है। पिछले वर्ष बिहार में पांच दिनों की देरी से 20 जून को मानसून था। सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। वहीं 2023 में मानसून समय से एक दिन पहले 12 जून को प्रवेश कर गया था। इसके बाद भी सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। वहीं 2020 से 2022 के बीच बिहार में मानसून 13 जून को प्रवेश किया था। बिहार में मानसून सीजन के दौरान सामान्य बारिश 1272.5 मिलीमीटर है। 2021 के बाद से बिहार में मानसून सीजन में सामान्य से अधिक बारिश नहीं हुई है।
इस बार इसी कारण उम्मीद जताई जा रही है कि अगर 2025 में समय से पहले मानसून आता है, तो अच्छी बारिश हो सकती है। लेकिन वास्तविक स्थिति बिहार में मानसून दस्तक देने के बाद ही पता चलेगा कि मानसून को मौसमी चक्र सहायता कर रहे हैं या नहीं। अगर मौसमी चक्र मानसून को सहायता करेंगे, तो सामान्य से अधिक बारिश होगी। वहीं बिहार के मौसम विभाग ने कहा कि 15 मई को भारतीय मौसम विभाग द्वारा मानसून के पूर्वानुमान की रिपोर्ट जारी की जाएगी। इसके बाद ही केरल और बिहार में मानसून आने के संबंध में आधिकारिक तौर पर जानकारी मिलेगी।
केरल में 2009 को 23 मई को आया था मानसून
आईएमडी के आंकड़े के अनुसार, यदि मानसून केरल में उम्मीद के अनुरूप पहुंचता है, तो यह 2009 के बाद से भारतीय मुख्य भूमि पर मानसून का समय से पहले आगमन होगा। तब मानसून ने 23 मई को दस्तक दी थी। भारतीय मुख्य भूमि पर मानसून के आगमन की आधिकारिक घोषणा तब की जाती है, जब यह केरल पहुंचता है, आमतौर पर एक जून के आसपास। दक्षिण-पश्चिम मानसून 8 जुलाई तक पूरे देश में छा जाता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस हो जाता है।
पिछले साल 30 मई को दक्षिणी राज्य में आया था
मानसून पिछले साल 30 मई को दक्षिणी राज्य में आया था, 2023 में 8 जून को, 2022 में 29 मई को, 2021 में 3 जून को, 2020 में 1 जून को, 2019 में 8 जून को और 2018 में 29 मई को केरल आया था। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि मानसून के आगमन की तिथि और पूरे देश में इस मौसम में होने वाली कुल वर्षा के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है। अधिकारी ने कहा कि केरल में मानसून के जल्दी या देर से पहुंचने का मतलब यह नहीं है कि यह देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह पहुंचेगा। यह बड़े पैमाने पर परिवर्तनशीलता और वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय स्थितियों पर निर्भर होता है।