राजस्वकर्मी की हड़ताल से राजस्व संबंधी कार्य पड़े ठप
बिहार में राजस्वकर्मियों ने सत्रह सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। उनकी मांगों में वेतन सुधार, नवनियुक्त कर्मचारियों की पदस्थापना, और अन्य पंचायतों का अतिरिक्त प्रभार हटाने शामिल...

सिकरहना, निज संवाददाता। राजस्वकर्मी की राज्यस्तरीय अनश्चितिकालीन हड़ताल की वजह से राजस्व संबंधी कार्य ठप पड़ गए हैं। बिहार राज्य भूमि सुधार कर्मचारी संघ के आह्वान पर अपनी सत्रह सूत्री मांगों की पूर्ति को लेकर राज्य भर के राजस्वकर्मी बुधवार से सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। ढाका अंचल के राजस्वकर्मी कुंदन कुमार ने बताया कि उनकी मांगों में सभी नवनियुक्त कर्मचारी को अविलंब उनके गृह जिला में पदस्थापित करने, सभी राजस्व कर्मचारी को उनकी योग्यता के आधार पर वेतन में सुधार करते हुए ग्रेड वेतन 1900 के स्थान पर 2800 करने, नवनियुक्त व शेष बचे कर्मचारियों की सेवा सम्पुष्टि करने, राजस्वकर्मियों से अन्य पंचायतों का अतिरक्ति प्रभार हटाने व राजस्व के अलावे अन्य कार्य में नहीं लगाने, सभी रक्ति पड़े पंचायतों में राजस्वकर्मी की बहाली करने, राजस्वकर्मियों को बॉयोमेट्रिक प्रणाली से उपस्थिति बनाने की प्रक्रिया से मुक्त करने आदि मांगें शामिल है।
उन्होंने बताया कि संघ के आह्वान पर सभी कर्मी सामूहिक अवकाश पर हैं। जबतक सरकार उनलोगों की मांगें नहीं मान लेती है तबतक वे लोग सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इधर, राजस्वकर्मियों की हड़ताल के कारण दाखिल खारिज, परिमार्जन, एलपीसी, आय, जाति प्रमाण पत्र बनाने, भूमि अधग्रिहण सहित अंचल कार्यालय के अन्य कार्यों पर असर पड़ रहा है। अंचल में अपने कार्यों से आये मोहन सिंह, मो. रहमत, सुरेन्द्र प्रसाद, मुन्ना कुमार आदि ने बताया कि उन्हें कर्मचारी से काम था। लेकिन उनके हड़ताल पर जाने की सूचना मिलने पर वे लोग वापस घर जा रहे हैं।
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