बॉल बैडमिंटन के खिलाड़ियों को चाहिए स्टेडियम, कोर्ट व संसाधन
पूर्वी चंपारण में बॉल बैडमिंटन एसोसिएशन के खिलाड़ी सीमित संसाधनों के बावजूद अपने खेल को जिंदा रखे हुए हैं। सरकारी प्रोत्साहन और स्थायी अभ्यास स्थल की कमी के कारण खिलाड़ी संघर्ष कर रहे हैं। मेडल प्राप्त...
हर में पूर्वी चंपारण बॉल बैडमिंटन एसोसिएशन से जुड़कर खिलाड़ी अपना शौक जिंदा रखे हुए हैं। एसोसिएशन के पदाधिकारी सीमित संसाधनों के बावजूद खिलाड़ियों को तरासने में लगे हैं। सरकारी प्रोत्साहन, अभ्यास के लिए स्थाई जगह, मानक के अनुरूप कोर्ट आदि नहीं मिलने के बावजूद जिले के खिलाड़ी लगातार बेहतर मुकाम के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष रूपेश कुमार अकेला, सचिव दीपक कश्यप व संयुक्त सचिव रमेश कुमार ने बताया कि जिले भर में बॉल बैडमिंटन के तकरीबन 100 से अधिक खिलाड़ी हैं। इसमें मोतिहारी शहर में ही तकरीबन 25 खिलाड़ी हैं। यहां के खिलाड़ी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन व सरकार की ओर से खिलाड़ियों को कोई प्रोत्साहन व अनुदान नहीं मिलता है।
अभ्यास के लिए स्थाई स्टेडियम व कोर्ट नहीं
एसोसिएशन के अध्यक्ष रूपेश कुमार अकेला व सचिव दीपक कश्यप ने बताया कि शहर में बॉल बैडमिंटन के खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए कोई स्थाई जगह नहीं है। खिलाड़ियों को मौसम के अनुसार स्टेडियम बदलना पड़ता है। कभी यहां तो कभी वहां अभ्यास करने की मजबूरी है। शहर के गांधी मैदान, जिला स्कूल, नरसिंह बाबा मंदिर परिसर व मुहल्लों में खाली जगह देखकर में खिलाड़ी अभ्यास करते दिख जाएंगे। जिले में सक्रिय पूर्वी चंपारण बॉल बैडमिंटन एसोसिएशन को किसी भी तरह का सरकारी अनुदान नहीं मिलता है। फिर भी हम खिलाड़ियों को बेहतर करने का पूरा मौका उपलब्ध करा रहे हैं।
मेडल प्राप्त खिलाड़ियों को खेल भवन में मिले नि:शुल्क प्रवेश
दीपक कश्यप, हरेंद्र चौधरी, अरुण कुमार सिंह ने कहा कि बिहार सरकार कहती है कि मेडल लेकर आइए व नौकरी पाइए। वही जिला प्रशासन की ओर से मेडल प्राप्त करनेवाले खिलाड़ियों को कोई रियायत प्रदान नहीं की जाती है। जिले के एकमात्र खेल भवन को व्यापार भवन बना दिया गया है। नियमानुसार देश व राज्य स्तर पर खेल चुके खिलाड़ियों को खेल भवन व जिम में अभ्यास के लिए नि:शुल्क प्रवेश मिलना चाहिए। मगर, इस खेल भवन में अलग-अलग गेम के अभ्यास के लिए शुल्क निर्धारित कर दिया गया है। प्रशासन को खिलाड़ियों के लिए जिम को नि:शुल्क कर देना चाहिए।
स्कूलों में धूल फांक रहा जिम व खेल उपकरण
खिलाड़ी सोनू कुमार, निक्की कुमारी, मंशु कुमारी, शिवम सिंह, जूली कुमारी, अदिती कुमारी, कृति रानी, शबनम खातून ने कहा कि जिले के खिलाड़ियों को पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं है। अभ्यास के लिए स्थाई ग्राउंड तक नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में जिला के खिलाड़ी मेडल कैसे हासिल कर सकेंगे। उच्च विद्यालयों में जिम व खेल का उपकरण लगाया गया है। यहां खेल के उपकरण धुल फांक रहे हैं। इसका समुचित लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिल पा रहा है। स्कूल स्तर पर मौका मिलने से खेल को भी बढ़ावा मिलेगा। इन विद्यालयों में बहाल शारीरिक शिक्षक भी अन्य विषय पढ़ा रहे हैं। खेल भवन में प्रवेश के लिए खिलाड़ियों को प्रतिमाह बड़ी राशि देनी पड़ती है।
शिकायतें
1.जिले में बॉल बैडमिंटन के खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए कहीं भी स्थाई जगह निर्धारित नहीं है। बॉल बैडमिंटन के लिए कोर्ट भी शहर में नहीं है।
2.खिलाड़ियों के लिए शहर में खेल कार्यालय नहीं है, जहां से खिलाड़ियों को सही जानकारी हासिल हो सके। मुहल्लों में अभ्यास करना पड़ता है।
3.शहर में इंडोर व आउटडोर स्टेडियम की कमी है। नेहरू स्टेडियम में केंद्रीय विद्यालय संचालित हो रहा है। खिलाड़ी कोर्ट के लिए तरस रहे हैं।
4.खेल भवन में संचालित जिम में मेडल लानेवाले खिलाड़ियों को नि:शुल्क इंट्री की इजाजत नहीं दी जाती है। खिलाड़ियों में मायूसी है।
5.जिला प्रशासन की ओर से मेडल प्राप्त खिलाड़ियों को किसी तरह का प्रोत्साहन व अनुदान नहीं प्राप्त होता है।
सुझाव
1.जले में बॉल बैडमिंटन के खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए शहर में स्थाई जगह निर्धारित किया जाए। शहर के ग्राउंड में कोर्ट भी स्थापित हो।
2.शहर में खेल कार्यालय खोला जाए। जहां से खिलाड़ियों को सही जानकारी हासिल हो सके। अभ्यास के लिए स्टेडियम का निर्माण हो।
3.शहर में बॉल बैडमिंटन के खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए ग्राउंड में कोर्ट का निर्माण आवश्यक है। इससे नियमित अभ्यास में सुविधा होगी।
4.खेल भवन में संचालित जिम व स्टेडियम में मेडल हासिल करनेवाले खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए नि:शुल्क इंट्री की इजाजत दी जाए।
5.जिला प्रशासन की ओर से मेडल प्राप्त खिलाड़ियों को सरकारी स्तर पर प्रोत्साहन व अनुदान दिए जाने की जरूरत है।
-बोले जिम्मेदार-
शहर के जिला स्कूल मैदान में नया इंडोर स्टेडियम बन रहा है। इससे खिलाड़ियों को सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। बॉल बैडमिंटन खिलाड़ियों को अगर किसी भी तरह की परेशानी है, तो वह लिखित शिकायत कर सकते हैं। खेल विभाग व जिला प्रशासन की ओर से उनकी समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जाएगा। खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही है, जिसका लाभ जिले के खिलाड़ी भी उठा रहे हैं। खिलाड़ी उचित प्लेटफॉर्म पर अपनी बात रखें जिला प्रशासन हर संभव सुविधा मुहैया कराएगा।
अमरेश कुमार, जिला खेल पदाधिकारी
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