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सीजफायर सही, लेकिन सेना को चौकस रहने की जरूरत

फोटो - , प्रो. प्रभात कुमार, प्रो. तारकेश्वर प्रसाद यादव, प्रणय कुमार, पुष्पेन्द्र कुमार, मंटू यादव, राजेश कुमार, हरेकृष्ण, मिथिलेश सिंह, इं. रोहित चौ

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरMon, 12 May 2025 03:16 AM
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सीजफायर सही, लेकिन सेना को चौकस रहने की जरूरत

पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध विराम पर भारत की सहमति पर समाज के बुद्धिजीवियों व विभिन्न वर्ग के लोगों ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है। कुछ लोग सरकार के फैसले को रणनीतिक चतुराई मान रहे हैं, तो कुछ इसे अधूरी कार्रवाई कह रहे हैं। हालांकि सीजफायर का सभी ने स्वागत किया है। सबों का मानना है लोगों की जिंदगी पहले की तरह पटरी पर लौटे, अर्थव्यवस्था डगमाये नहीं, इसलिये सीयफायर होना सही है। हालांकि लोगों ने यह भी कहा कि पाकिस्तान पीठ पर खंजर भोंकने के लिये जाना जाता है। उसपर आंख बंद कर विश्वास नहीं किया जा सकता, इसलिये भारतीय सेना को चौकस रहने की जरूरत है।

सीजफायर का स्वागत करता हूं। बशर्ते पाकिस्तान सीजफायर का पालन करें। युद्ध किसी भी चीज का समाधान नहीं हो सकता। ऑपरेशन सिंदूर ने दुनियां को भारत की ताकत का एहसास कराया है। देशवासियों को भारत की सेना पर गर्व होना चाहिये। प्रो. प्रभात कुमार, प्राचार्य, आरडीएंडडीजे कॉलेज, मुंगेर सीजफायर होना ही चाहिये ताकि हर नागरिक का जनजीवन सामान्य हो सके। लेकिर हमें पाकिस्तान का भरोसा नहीं करना चाहिये। सेना को पूरी तरह चौकस रहने की जरूरत है। तारकेश्वर प्रसाद यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता ----- ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक स्पष्टता का परिचायक है। युद्ध विराम की सहमति अंतरराष्ट्रीय कूटनीति का हिस्सा हो सकती है। लेकिन पाकिस्तान को दी गई चेतावनी साफ है। कुमार प्रणय, भाजपा नेता ---------- नरेन्द्र मोदी सरकार ने जो सख्ती दिखाई, वह काबिले तारीफ है। युद्ध विराम के निर्णय से विश्व में यह संदेश भी गया है कि भारत शांति का पक्षधर है। भारत का यह एक संतुलित दृष्टिकोण है। प्रो. पुष्पेंद्र कुमार सिंह पूर्व प्राचार्य, आरएस कॉलेज तारापुर। -------------------- दुश्मन जब निहत्था हो, तब ही रुकना चाहिए। परंतु पाकिस्तान का इतिहास यह दिखाता है कि वह कभी नहीं सुधर सकता है। वह फिर नापाक कोशीश कर सकता है। पाकिस्तान का पूर्ण सफाया ही स्थायी समाधान होता। मंटू यादव, राजद नेता ----------------- युद्ध से आम जनता को सबसे अधिक नुकसान होता है। युद्ध विराम एक मानवीय निर्णय है। आतंकवाद के खिलाफ सर्जिकल एक्शन जरूरी है, लेकिन आम जनता की सुरक्षा प्राथमिक होनी चाहिए। राजेश कुमार सिंह महासचिव, विधिज्ञ संघ, तारापुर। ----------------------- पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर भारत ने विश्व मंच पर अपनी स्थिति मजबूत की है। युद्ध विराम पर सहमत होना भारत की रणनीतिक जीत है। अमेरिका समेत कई देश भारत की भूमिका को अब और गंभीरता से लेंगे। हरेकृष्ण वर्मा पूर्व अध्यक्ष, विधिज्ञ संघ, तारापुर ----------------------- जनता की भावना स्पष्ट है, पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए। लेकिन सरकार को रणनीतिक धैर्य रखना पड़ा। भारत ने तीन दिनों में ही पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया। युद्ध में जल्दबाज़ी नुकसानदायक होता है। मिथिलेश कुमार सिंह , लोजपा नेता ------------------- ऑपरेशन सिंदूर ने भारत को सैन्य और कूटनीतिक रूप से ऊंचा उठाया है। हालांकि युद्ध विराम पर मतभेद है, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भारत ने दुश्मन को करारा जवाब दिया। ई. रोहित चौधरी ----------------- युद्ध से देश की जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ता। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की कार्रवाई के सामने पाकिस्तान ने घुटना टेक दिया। युद्ध विराम पर सहमति देकर भारत ने यह संदेश दिया कि वह शांति का पक्षधर है। शिव कुमार सिंह, पूर्व प्राचार्य सरस्वती शिशु मंदिर

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