Hundreds of Women Teachers Return Home After 18-20 Years of Service 20 साल बाद मायके से ससुराल लौटेंगी सैकड़ों महिला शिक्षक, Muzaffarpur Hindi News - Hindustan
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20 साल बाद मायके से ससुराल लौटेंगी सैकड़ों महिला शिक्षक

मुजफ्फरपुर में 18 से 20 साल बाद कई महिला शिक्षिकाएं अपने मायके लौटेंगी। उन्हें अब अपने घर के पास नौकरी का मौका मिला है। 7250 महिला शिक्षिकाओं का स्थानांतरण हुआ है। वे 2003 से 2013 के बीच बहाल हुई थीं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरFri, 18 April 2025 05:41 PM
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20 साल बाद मायके से ससुराल लौटेंगी सैकड़ों महिला शिक्षक

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। कोई महिला शिक्षक 18 तो कोई 20 साल बाद मायके से अपने ससुराल लौटेंगी। ऐसी सैकड़ों महिला शिक्षक अब अपने घर के पास ही नौकरी करने जाएंगी।

दूरी के आधार पर जिले समेत सूबे की इन महिला शिक्षकों को अपने घर वाले जिले में नौकरी का मौका मिला है। नियोजित के तौर पर सालों मायके, ससुराल और मायके से अलग अन्य जिलों में इन महिलाओं ने नौकरी की। सक्षमता पास करने पर विशिष्ट शिक्षक बनने के बाद 7250 महिलाओं का स्थानांतरण हुआ है। जिले में पदस्थापित 150 से अधिक महिला शिक्षक अब ससुराल से नौकरी करेंगी। दूरी के आधार पर राज्य स्तर से इनके अंतर जिला स्थानांतरण को हरी झंडी मिली है।

2003 से 2013 के बीच बहाल हुई थीं ये महिला शिक्षक

ये महिला शिक्षक 2003 से 2013 के बीच अलग-अलग चरणों में स्कूलों में बहाल हुई थीं। सबसे अधिक स्थानांतरण का लाभ प्राथमिक और मिडिल की महिला शिक्षकों को मिला है। बीच में कई बार इनके स्थानांतरण को लेकर मामला उठा, मगर प्रक्रिया नहीं हुई। सक्षमता पास करने के बाद भी ये जिस स्कूल में नियुक्त थीं, वहीं योगदान कराया गया था। जिले में हालांकि अभी भी सैकड़ों महिला शिक्षक हैं, जिन्हें अपने ससुराल जाने का इंतजार है।

बहाली हुई तो अविवाहित थीं, अब बेटा-बेटी मैट्रिक कर चुके

जिले में साहेबगंज में पदस्थापित स्वाति कहती हैं कि मुजफ्फरपुर में न मेरा मायका था और ना ही ससुराल। उस समय बहन के साथ यहीं रहकर पढ़ाई कर रही थी। 2013 में बहाली हुई। तब से यहीं रह रही हूं। शादी हो चुकी हैं और बच्चे भी हैं। अब कैमूर जहां मेरा ससुराल है, वहां स्थानांतरण हुआ है तो 12 साल बाद घर वापसी हो रही है। इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है। एक अन्य शिक्षिका वंदना कहती हैं कि 2006 में मेरी बहाली हुई। शादी 2007 में हुई। बेटा का जन्म 2008 में हुआ। बेटी ने इसबार मैट्रिक भी कर ली। अब अपने ससुराल सीतामढ़ी जा रही हूं। मीनापुर में पदस्थापित शिम्पी कहती हैं कि 2003 में बहाल हुई। 2005 में शादी हुई। 20 साल में कई बार स्थानांतरण नहीं होने की वजह से शादी टूटते टूटते बची। अब तो बच्चे भी बड़े हो रहे हैं। इन शिक्षिकाओं का स्कूल आवंटन भी तीन दिन बाद से शुरू हो जाएगा।

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