दोनों डीसीएलआर से डीएम ने मांगा स्पष्टीकरण
मुजफ्फरपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने दाखिल-खारिज अपील वादों के निष्पादन में देरी पर पूर्वी और पश्चिमी डीसीएलआर से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने तीन दिनों में जवाब देने का निर्देश दिया है। पूर्वी...

मुजफ्फरपुर, मुख्य संवाददाता। दाखिल-खारिज अपील वाद के निष्पादन में शिथिलता बरतने पर डीसीएलआर पूर्वी और पश्चिमी से स्पष्टीकरण पूछा गया है। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने तीन दिनों के अंदर जवाब देने को कहा है। अन्यथा विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने को लेकर प्रपत्र क गठित करने की चेतावनी दी है। उन्होंने लंबित वादों का अविलंब निष्पादन करते हुए रिपोर्ट करने को कहा है।
बताया गया है कि पूर्वी अनुमंडल में करीब 90 प्रतिशत वाद निष्पादन के अभाव में लंबित हैं। मार्च में मात्र 84 मामलों का निष्पादन किया गया। डीएम ने कहा कि यह अत्यंत खेदजनक है। पूर्व में भी कई बार त्वरित गति से और प्राथमिकता के आधार पर निष्पादन करने को लेकर लगातार निर्देशित किया गया था। उस समय में शिथिलता बरतने पर स्पष्टीकरण पूछा गया था। इसके बाद भी कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ। पिछले दिनों राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव ने भी गहरी नाराजगी व्यक्त की थी। इसे विभागीय कार्यों में लापरवाही और उदासीनता बरतना बताया था।
इसी प्रकार पश्चिमी अनुमंडल में करीब 78 प्रतिशत वाद निष्पादन के अभाव में लंबित है। मार्च में मात्र 182 मामलों का निष्पादन किया गया। पहले भी प्राथमिकता के आधार पर अपील वाद का निष्पादन करने को कहा गया था, लेकिन रुचि नहीं ली गई। विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इसपर आपत्ति जताई थी। इसके आलोक में डीएम ने स्पष्टीकरण पूछते हुए तीन दिनों में जवाब मांगा है।
बताया गया कि वादों का निष्पादन नहीं होने के कारण लंबित मामलों का बोझ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इससे आमजन को भी परेशानी होती है। जबकि, इन मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी है।
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