देहरादून में फंदे से लटका मिला जमुई का बीटेक छात्र, पिता बोले- बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता
आशीष यादव अपने चचेरे भाई के साथ देहरादून में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। वह बीटेक का प्रथम वर्ष व दूसरा सेमेस्टर का छात्र बताया गया है। चचेरा भाई अजय कॉलेज से वापस हॉस्टल लौटा तो देखा कि आशीष की लाश फंदे से लटक रही थी।

उत्तराखंड के देहरादून में इंजीनियरिंग के एक छात्र को कमरे में फांसी के फंदे से लटकता हुआ पाया गया। उसके आत्महत्या की बात बताई जा रही है। मृत छात्र जमुई के सोनो थाना के बलथर पंचायत के भीठरा गांव निवासी नंदकिशोर यादव का पुत्र आशीष यादव था जो देहरादून इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ता था। देहरादून पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है। परिजन देहरादून के लिए रवाना हो चुके हैं। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है।
जानकारी मिली है कि आशीष यादव अपने चचेरे भाई के साथ देहरादून में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। वह बीटेक का प्रथम वर्ष व दूसरा सेमेस्टर का छात्र बताया गया है। बताया गया कि गुरुवार को आशीष अपने चचेरे भाई को तबियत ठीक नहीं होने की बात कहकर कॉलेज नहीं गया। अजय अकेले कॉलेज चला गया। जब वह कॉलेज से वापस हॉस्टल लौटा तो देखा कि आशीष की लाश फंदे से लटक रही थी। देखते ही उसका सिर चकरा गया।
अजय ने कॉलेज प्रबंधन के साथ साथ अपने परिजनों को घटना की सूचना दी। आशीष को नीचे उतारा गया लेकिन तबतक उसी मौत हो चुकी थी। मामले की जानकारी मिलते ही परिवार के सदस्य देहरादून के लिए निकल गये। मृतक आशीष के पिता नंदकिशोर यादव ने आत्महत्या पर सन्देह व्यक्त करते हुए कहा कि घटना के एक दिन पूर्व उससे बातचीत हुई बातचीत के दौरान वह काफी खुश था साथ ही वह पढ़ाई में काफी तेज था। वह आत्महत्या नहीं कर सकता। फिलहाल सबको पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
आशीष की मौत से पूरे गांव में मायूसी छा गई है। अपने गांव में वह पढ़ाई और तेज विद्यार्थी होने के कारण काफी लोकप्रिय था। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। आशीष ने किस वजह से आत्महत्या की या उसकी हत्या की गई, इन सवालों का जवाब कोई नहीं दे रहा है। पुलिस पड़ताल कर रही है।