लोकतंत्र की जननी बिहार की गौरवगाथा का हुआ बखान
हिसुआ, संवाद सूत्रहिसुआ के टीएस कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का समापन मंगलवार देर शाम समाप्त हो गया।

हिसुआ, संवाद सूत्र हिसुआ के टीएस कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का समापन मंगलवार देर शाम समाप्त हो गया। इस दौरान सेमिनार में भाग लेने पहुंचे देश और विदेश के दर्जनों ख्याति प्राप्त विद्वानों और शोधार्थियों ने खुलकर अपने विचार को रखा। बिहार को लोकतंत्र की जननी बताया और बिहार की गौरवशाली गाथा का बखान किया। सेमिनार में थाईलैंड, श्रीलंका और वियतनाम के प्रतिनिधियों के साथ ही देश के कई अन्य विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों ने अपना विचार रखा। इस दौरान विकसित भारत की राह में उत्पन्न हो रही बधाओं एवं लैंगिक समानता पर खुलकर सभी ने अपनी बात रखी।
जबकि कई अन्य वक्ताओं ने समय-समय पर देश की न्यायपालिका और लोकपालिका के बीच होने वाले खींचतान को अव्यवहारिक बताते हुए इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। आयोजन समिति के सचिव टीएस कॉलेज के राजनीती विज्ञान के व्याख्याता डॉ. अंजनी कुमार ने अपने संबोधन में सेमिनार में भाग लेने वाले विद्वानों और शोधार्थियों की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि आप सबों ने जितनी उद्गारिता के साथ अपना वक्तव्य रखा है। इसे हम सभी कॉलेज परिवार कभी नहीं भूलेंगे। आपने हमारा अतिथ्य स्वीकार किया, यही हमारे महाविद्यालय के लिए काफी है। साथ ही उन्होंने इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार को सफल बनाने में विगत कई दिनों से दिन-रात लगे कॉलेज के अध्यापकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों और स्थानीय पुलिस प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त हुए कहा कि जितनी आप सबों से सहयोग की अपेक्षा की गई थी। आप लोगों ने आगे बढ़कर उससे अधिक सहयोग हमलोगों को दिया। जिसका कॉलेज परिवार सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने स्थानीय बीडीओ देवानंद सिंह, सीओ डॉ सौरभ सुमन, नगर परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी आतिश रंजन, राजस्व अधिकारी भोला जी और हिसुआ थानाध्यक्ष अनिल प्रसाद सिंह की प्रशंसा करते हुए उन्हें कार्यक्रम का सूत्रधार बताया। कहा कि आपके सहयोग के बिना इतना बड़ा कार्यक्रम कराना असंभव होता। समापन समारोह के दौरान सभी प्रतिभागियों एवं शोधार्थियों को अंग वस्त्र, प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो और बैग देकर सम्मान पूर्वक विदाई दी गई। बतादें कि दो दिवसीय सेमिनार का उद्घाटन सोमवार को बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने किया था, जिसमें स्थानीय विधायक नीतू कुमारी, विधान परिषद सदस्य अशोक कुमार, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी शाही, नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अभय सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। हिसुआ स्थित टीएस कॉलेज के इतिहास में यह दूसरा अवसर था, जब किसी राज्यपाल ने यहां आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके पूर्व वर्ष 1978 में कॉलेज की नींव रखने बिहार के तत्कालीन राज्यपाल रहे जगन्नाथ कौशल एवं उस वक्त के वित्त मंत्री रहे दिवंगत भाजपा नेता कैलाशपति मिश्र टीएस कॉलेज पहुंचे थे। कार्यक्रम में कॉलेज की व्याख्याता डॉ. अंजली कुमारी, पूर्व प्राचार्य डॉक्टर शैलेंद्र कुमार, शंभू शरण सिंह, सुंदर शर्मा, डॉ परमानंद राम, एनसीसी पदाधिकारी डॉक्टर सुनील कुमार दुबे, डॉ स्वर्गेश कुमार, मिडिया प्रभारी मुकेश कुमार, सिंधु कांत, सेवानिवृत कर्मी सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह आदि उपस्थित रहे।
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