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हिसुआ : वार्ड 07 में नल-जल की सुविधा नहीं, आंगनबाड़ी और स्कूल की व्यवस्था नहीं

हिसुआ, संवाद सूत्र। हिसुआ नगर परिषद के इस नए वार्ड का गठन नए परिसीमन में हुआ है। यह वार्ड पूर्व में हिसुआ नगर पंचायत के वार्ड 04 का भाग है, जिसे ही अलग कर वार्ड 07 का गठन किया गया है।

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादाSun, 6 April 2025 03:39 PM
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हिसुआ : वार्ड 07 में नल-जल की सुविधा नहीं, आंगनबाड़ी और स्कूल की व्यवस्था नहीं

हिसुआ, संवाद सूत्र। हिसुआ नगर परिषद के इस नए वार्ड का गठन नए परिसीमन में हुआ है। यह वार्ड पूर्व में हिसुआ नगर पंचायत के वार्ड 04 का भाग है, जिसे ही अलग कर वार्ड 07 का गठन किया गया है। यह वार्ड शहर का अभिन्न भाग है। शहर के पूर्वी छोर पर गया-नवादा मेन रोड के किनारे उत्तर दिशा में बसा यह वार्ड शहर का प्रमुख व्यापारिक केंद्र भी है। यहां के अधिकांश लोग खुद के व्यवसाय पर निर्भर हैं। चाहे छोटा हो या बड़ा, व्यवसाय ही इस वार्ड के अधिकांश लोगों के निर्भरता का मुख्य साधन है। क्षेत्रफल के हिसाब से देखा जाए तो यह वार्ड शहर का सबसे छोटा वार्ड है। यहां की आबादी लगभग 04 हजार के करीब है, जबकि मतदाताओं की संख्या लगभग 13 सौ के करीब है। नए मतदाताओं के नाम जोड़ने को लेकर एक बीएलओ नियुक्त जरूर है लेकिन लोग उनके काम से खुश नहीं दिखाई पड़ते। यहां पर आज तक नल जल की सुविधा नहीं है। आंगनबाड़ी और स्कूल भी नहीं है। इसी वार्ड से होकर हिसुआ के प्रसिद्ध जल स्त्रोत रानी पोखर बहते हुए बगोदर टाल की ओर जाती है। हलांकि बढ़ते शहरीकरण और आधुनिकता के इस दौर में शहर का यह प्रमुख जल स्त्रोत अब नाले में तब्दील हो चुका है। लोग बतातें है कि किसानों कीतों के पटवन और मवेशियों के पीने के पानी की व्यवस्था सालों भर उपलब्ध कराने को लेकर हिसुआ के जमींदार रहे पहुना जी ने हिसुआ में नहरनुमा रानी पोखर का निर्माण कराया था, जिसका कुछ भाग इस वार्ड से होकर गुजरता है। यह स्थानीय किसानों और पशुपालकों के लिए किसी जीवनदायिनी से कम नहीं हुआ करता था। लेकिन यह पोखर अब अतिक्रमण और बेहतर रख-रखाव के अभाव में नाले में तब्दील हो गया है। स्थानीय नेताओं और नगर प्रशासन के प्रति आक्रोश जताते हुए अनेक लोगों ने कहा कि जान-बूझकर रानी पोखर की सफाई और खुदाई नहीं कराई जा रही है। इतिहास के पन्ने से इसे मिटाने कि एक सोची-समझी साजिश रची जा रही है। बड़की पुल के समीप इस पोखर कि स्थिति इतनी भयावह है कि लोग इसमें अब उतरने से डरते हैं, जबकि इसी पोखर मे हाल के ही कुछ वर्षों पूर्व लोग मछली पकड़ा करते थे। यहां पर नगर परिषद के सफाई कर्मियों द्वारा फेंके जाने वाले कचरा से दलदल बना रहता है, जबकि नाले के भीतर फेंकी गई कांच की बोतलों के कारण स्थिति काफी खतरनाक हो गई है। नल-जल की सुविधा यहां के लोगों की है प्रमुख मांग शहर का मुख्य भाग होने के बाद भी इस वार्ड में नलजल की सुविधा उपलब्ध नहीं होना यहां के लोगों को काफी खलता है। फिलहाल इस वार्ड में वार्ड नंबर 06 से पानी की सप्लाई की जाती है, जो कि यहां के लोगों के जरूरत के हिसाब से अपर्याप्त है। पेयजल के लिए दूसरे वार्ड पर निर्भरता यहां के लोगों को नहीं भा रहा है। लोग वार्ड के भीतर ही बोरिंग कराने की मांग लम्बे अरसे से करते आ रहे हैं। लोगों ने नगर प्रशासन और पीएचईडी विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि पाईप लीकेज के कारण पानी जहां-तहां बहता रहता है, जिसे ठीक करने में विभाग और पीएचईडी कर्मी आनाकानी करते हैं। आज भी वार्ड के एक तिहाई घरों में नल-जल से पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है। भीषण गर्मी आने वाला है। मोहल्ले में वाटर लेयर धीरे-धीरे काफी नीचे चला जा रहा है। गली-मोहल्ले में पर्याप्त चापाकल भी नहीं है। बाजार का मुख्य भाग रहे इस वार्ड में नित्य दिन ग्रामीण इलाके से हजारों लोग बाजार करने आते हैं। इतने महत्वपूर्ण इलाके में पेयजल की समस्या बने रहना लोगों को काफी खलता है। बाजार आने-जाने वाले लोगों को मजबूर होकर बोतल बंद पानी खरीदकर पीना पड़ता है, जबकि अधिकांश घरों में भी लोग खरीदकर ही पानी पीने को मजबूर हैं। लोगों ने नगर प्रशासन से जल्द ही इस वार्ड में नल-जल की व्यवस्था सुनिश्चित करने और मेन रोड पर जगह-जगह चापाकल लगाने की मांग की है। वार्ड में एक भी सरकारी विद्यालय नहीं हिसुआ शहर का यह अभिन्न वार्ड वैसे तो संसाधन की कमी के बावजूद भी हर दृष्टिकोण से सम्पन्न इलाका कहलाता है। लेकिन इस वार्ड में एक भी सरकारी विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र का नहीं होना नगर के विकास पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। यह सत्य है कि इस वार्ड के युवक और युवतियां काफी प्रतिभावान हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर देश के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है। लोग उनकी सफलता और प्रतिभा के भले ही कायल हों लेकिन किसी ने आज तक यह नहीं सोचा कि इस प्रतिभा को पाने के लिए यहा के बच्चों और उनके माता।पिता को कितनी मशक्कत उठानी पड़ी। सरकारी विद्यालय नहीं होने से स्थानीय लोगों को मजबूरी में प्राइवेट स्कूलों की ओर रुख करना पड़ता है या फिर दूसरे वार्ड के सरकारी विद्यालयों में बच्चों का दाखिला कराना पड़ता है। इस कारण गरीब एवं मध्यम वर्ग के अधिकांश बच्चे प्राथमिक शिक्षा के बाद पढ़ाई से मुंह मोड़ लेते हैं। सिर्फ वार्ड पार्षद मद से जारी है विकास कार्य हिसुआ के इस वार्ड के लिए अच्छी बात यह कि इस वार्ड में लगातार विकास कार्य जारी है। वार्ड पार्षद के मुताबिक वार्ड में अब तक नाली और नाली पर ढक्कन लगाने सहित पीसीसी ढलाई का कार्य कराया गया है जबकि मेन रोड सहित कुछ अन्य गलियों में पेवर ब्लॉक बिछाने का भी कार्य किया गया है। कुल मिलाकर कहें तो वार्ड में अब तक हुए विकास कार्य काफी संतोष जनक हैं, जो इस वार्ड के निवासियों के लिए अच्छी बात है। हालांकि राज्य मद वाले कार्य अब भी कराया जाना शेष है। इस वार्ड की निवर्तमान पार्षद उषा देवी और उनके पति अशोक सिंह दोनों पार्षद हैं तथा नगर परिषद की राजनीति में इस पार्षद दम्पति का काफी दबदबा रहा है। यह भी संयोग है कि इस वार्ड की निवर्तमान वार्ड पार्षद उषा देवी पहली दफा अपने स्थानीय वार्ड का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। इसके पूर्व पार्षद दम्पति नगर के अन्य वार्डों से चुनाव जीतकर वहां का प्रतिनिधित्व किया करते थे। लेकिन इस बार उन्हें अपने स्थानीय वार्ड से चुनाव जीतकर अपने वार्ड का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। हालांकि उषा देवी के पति आज भी अपने पुराने चुनावी क्षेत्र रहे वार्ड नंबर 08 से चुनाव जीतकर वहां का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। बैंकिंग सुविधा इस वार्ड में है बेहतर इस वार्ड में भले ही स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और नल-जल जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है लेकिन बैंकिंग सुविधा सुदृढ़ है। कारोबारियों के इस वार्ड में एचडीएफसी बैंक की शाखा और एटीएम उपलब्ध है जबकि इसी वार्ड के ठीक आमने-सामने गया-नवादा मेन रोड के दक्षिणी छोर पर स्थित समीपस्थ वार्ड में बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक की शाखा और एटीएम उपलब्ध है। इस कारण यह वार्ड दिन भर लोगों की चहल-पहल से गुलजार रहता है। इसके साथ ही इसी वार्ड से हिसुआ के ग्रामीण इलाके की ओर जाने वाला ई-रिक्शा और ऑटो स्टेण्ड भी है, जहां से लोग अपने इलाके के वाहन पर सवार होकर अपने गंतव्य कर ओर रवाना होते हैं। इन कारणों से यह वार्ड हिसुआ बाजार का प्रमुख व्यवसायिक केंद्र बन कर रह गया है, जिसका लाभ यहां और आसपास के लोगों को भरपूर मिल रहा है। ------------------------- लोगों की व्यथा: वार्ड में कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। नई बसावटों में नाली-गली सहित कई अन्य समस्या बनी हुई है, इसपर ध्यान देने की प्रबल जरूरत है। नगर प्रशासन रानी पोखर के मिटते अस्तित्व पर ध्यान दे ताकि उसकी पहचान बरकरार रह सके। न सिर्फ पहचान बल्कि यह आमलोगों के लिए उसी प्रकार से काम आता रहे, जैसे पूर्व में स्थिति थी। -सरस्वती देवी, वार्डवासी। वार्ड में अबतक हुए विकास कार्य संतोषजनक हैं। विकास के प्रति वार्ड पार्षद का प्रयास सराहनीय है। लेकिन यहां पेयजल की समस्या गंभीर मुद्दा है। इसपर नगर परिषद हिसुआ को ध्यान देने की जरूरत है। इसके साथ हीं बैंक आने-जाने वाले लोगों द्वारा सड़क किनारे जहां-तहां वाहन पार्किंग कर देने के कारण जाम की समस्या उत्पन्न होती है। इससे निजात मिले। -पवन कुमार गुप्ता, वार्डवासी। वार्ड में नल-जल सहित स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र का नहीं होना निराशाजनक है। इस वार्ड में नल-जल योजना के तहत स्थानीय स्तर पर बोरिंग और सप्लाई की व्यवस्था होनी चाहिए। लीकेज की समस्या बरकरार रहने के कारण सभी घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता है। आखिर पेयजल के लिए हम कब तक दूसरे वार्ड पर आश्रित रहेंगे। कुछ कारगर हो। -राहुल कुमार, वार्डवासी। भीषण गर्मी का मौसम आ रहा है। हमारे घरों तक पीने का पानी नहीं पहुंच पाता है। नगर प्रशासन को तत्काल चापाकल लगाना चाहिए। इसके अलावा स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण हो। कभी-कभी तो लगता है कि हमलोग शहर में नहीं बल्कि गांव में रह रहे हैं। बल्कि इससे अच्छा तो गांव ही है, जहां कम से कम पीने का पानी उपलब्ध है। -पिंटू कुमार, वार्डवासी। -------------------------- क्या कहते हैं जिम्मेदार : यह वार्ड पुराने नगर पंचायत के वार्ड 04 से कटकर नया वार्ड बना है। पुराने वार्ड में स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र सहित नल-जल के पानी सप्लाई के लिए दो-दो बोरिंग उपलब्ध था। नया वार्ड बना है, इसलिए चुनौतियां अधिक है। वार्ड के विकास के लिए लगातार प्रयासरत हूं। एक पुलिया सहित कई गलियों में नाली निर्माण और स्लैब निर्माण समेत पेवर ब्लॉक बिछाने का कार्य कराया गया है। अन्य विकास कार्य भी प्रगति पर है। नगर परिषद से जितनी राशि मिलती है, उससे शत प्रतिशत विकास कार्य करवा रही हूं। पहली दफा अपने घरेलू वार्ड का प्रतिनिधित्व करने का मुझे अवसर मिला है। बेहतर का भरोसा दिलाती हूं। इसके साथ ही रानी पोखर से गाद की सफाई के लिए राज्य मद की राशि की मांग बोर्ड में उठाऊंगी। -उषा देवी, वार्ड पार्षद, वार्ड-07, हिसुआ नगर परिषद, नवादा।

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