'रोड नहीं तो वोट नहीं' 75 सालों से जर्जर सड़क से जूझ रहे बांका के ग्रामीण करेंगे चुनाव बहिष्कार
'रोड नहीं तो वोट नहीं' बांका जिले के शंभूगंज प्रखंड के मेहरपुर गांव के महादलित टोला में सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। 200 से अधिक घरों की आबादी वाले टोले में आजादी के बाद से अब तक पक्की सड़क नहीं बनने से आक्रोशित ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्का का ऐलान किया है।

बांका जिले के शंभूगंज प्रखंड क्षेत्र के जंगल झखरा पंचायत अंतर्गत मेहरपुर गांव के महादलित टोला में सड़क निर्माण को लेकर शनिवार को ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। 200 से अधिक घरों की आबादी वाले इस टोले में आजादी के बाद से अब तक पक्की सड़क नहीं बनने से आक्रोशित ग्रामीणों ने "रोड नहीं तो वोट नहीं" का नारा लगाते हुए चेतावनी दी कि अगर जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे आगामी चुनावों का बहिष्कार करेंगे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाएं, पुरुष, बुजुर्ग और युवा बड़ी संख्या में एकत्र हुए। सभी ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाज़ी की। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वर्षों से जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बावजूद उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बरसात के मौसम में कीचड़ और जलजमाव से स्थिति और भी दयनीय हो जाती है। एम्बुलेंस, स्कूल वाहन, यहां तक कि साइकिल से चलना भी मुश्किल हो जाता है।
पक्की सड़क की मांग बीते कई सालों से चली आ रही है। लेकिन न तो प्रशासन की तरफ से समस्या का निपटारा हुआ और न ही जनप्रतिनिधियों ने कोई सुध ली। जिसके बाद अब ग्रामीणों ने ही आगामी चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। सड़क नहीं तो वोट नहीं का अभियान चला रखा है। ऐसे में देखना होगा कि आने वाले वक्त में प्रशासन और जनप्रतिनिधि कोई खोज-खबर लेते हैं या नहीं।