कुपोषण दूर करने के सभी दावे झूठे साबित हो रहे : भाकपा
भाकपा राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने कुपोषण के ताजे आंकड़ों को केंद्र सरकार के गरीबी कम करने के दावों की पोल खोलने वाला बताया है। बिहार में गर्भवती महिलाओं और बच्चों में कुपोषण की दर राष्ट्रीय औसत से...

भाकपा राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने आरोप लगाया है कि कुपोषण के ताजे आंकड़े ने केंद्र सरकार के गरीबी कम करने के दावे की पोल खोल कर रख दी है। बिहार में तो यह गंभीर समस्या है। शनिवार को मीडिया को जारी बयान में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय औसत 25 फीसदी है, जबकि बिहार में 63.1 फीसद गर्भवती महिलाएं और 69 प्रतिशत बच्चे कुपोषित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुपोषण दूर करने के लिए चलाई जा रही योजनाओं में गड़बड़ी हो रही है। गरीब परिवार के बच्चों को उचित पोषाहार नहीं मिल रहा है। ऐसे में कुपोषण दूर करने के सभी दावे झूठे साबित हो रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य सुविधाओं का सुदूर गांवों तक न पहुंचना, संस्थागत प्रसव के दौरान और बाद में अपेक्षित स्तर का केयर न मिलना, प्रसूता को पहले से बेहतर पोषण देने के लिए समुचित प्रोत्साहन नहीं देने के कारण कुपोषण की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
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