राज्य के छोटे पर्यटन स्थलों पर भी बढ़ेगा निवेश
बिहार सरकार ने छोटे पर्यटन स्थलों पर निवेश बढ़ाने के लिए पर्यटन नीति में संशोधन किया है। अब चार सितारा होटल की श्रेणी और निवेश की सीमा घटा दी गई है, जिससे छोटे निवेशक भी लाभान्वित होंगे। इसके अलावा,...

राज्य के छोटे पर्यटन स्थलों पर भी अब निवेश बढ़ेगा। इन स्थलों पर होटल की श्रेणी और निवेश की सीमा घटा दी गई है। इसके लिए सरकार ने पर्यटन नीति में संशोधन किया है। शुक्रवार को पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह और पर्यटन सचिव लोकेश कुमार सिंह ने पर्यटन नीति में संशोधन की जानकारी दी। सूचना भवन स्थित सभागार में शुक्रवार को आयोजित प्रेसवार्ता में पर्यटन सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि अब छोटे निवेशकों को भी लाभ मिलेगा। पहले सभी जगह चार सितारा होटल और 10 करोड़ रुपये निवेश की सीमा थी। अब प्रमुख पर्यटन केंद्रों जैसे पटना, गया-बोधगया, राजगीर-नालंदा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर को छोड़कर अन्य स्थलों पर चार सितारा होटल की सीमा तथा निवेश की राशि कम कर दी गयी है। इससे ज्यादा से ज्यादा लोग निवेश कर सकेंगे। जिला मुख्यालयों में जहां तीन सितारा और 7.5 करोड़ रुपये का निवेश तो अनुमंडल या अन्य स्थलों में दो सितारा और 5 करोड़ की निवेश सीमा तय की गयी है। इसके अलावा स्वीकृत परियोजना लागत के 100 फीसदी की अधिकतम सीमा के तहत एसजीएसटी के 80 फीसदी की प्रतिपूर्ति और पात्र पर्यटन परियोजनाओं के लिए वाणिज्यिक संचालन (सीओडी) की तिथि से सात वर्षों तक प्रतिपूर्ति की जाएगी, जो पहले पांच वर्ष थी।
बिहार के लोगों को रोजगार देने पर भी सरकार करेगी मदद
संशोधन के बाद नीति में कुछ नए प्रावधान भी जोड़े गए हैं। बिहार के लोगों को रोजगार देने पर भी निवेशकों को लाभ मिलेगा। इन्हें पांच वर्षों की अवधि के लिए ईएसआई और ईपीएफ योजना में नियोक्ता अंशदान के लिए व्यय का 100 फीसदी अथवा 3,000 रुपये प्रति कर्मी, जो भी कम हो, की प्रतिपूर्ति होगी। वहीं, बिहार निवासी दिव्यांगों को रोजगार देने वाली पर्यटन परियोजनाओं को प्रति परियोजना दो अधिकतम पांच कर्मियों के लिए प्रति कर्मी 1,500 रुपये प्रतिमाह के पारिश्रमिक की प्रतिपूर्ति की जाएगी। प्रेसवार्ता में प्रबंध निदेशक नंदकिशोर, महाप्रबंधक चंदन चौहान मौजूद रहे।
प्रगति यात्रा की घोषणाओं पर अमल शुरू : मंत्री
पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में पर्यटन सुविधाओं तथा आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए वर्ष 2024-25 में 1328 करोड़ की नई परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई है। मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा की सभी घोषणाओं पर अमल शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार रामायण सर्किट, बौद्ध सर्किट, सूफी सर्किट, इको सर्किट में विकास के काफी कार्य कर रही है। पुनौराधाम सहित कई योजनाओं पर काम चल रहा है। बिहार में वर्ष 2024 में लगभग 6.60 करोड़ से अधिक पर्यटक आए। जिनमें भारतीय पर्यटकों की संख्या लगभग 6.50 करोड़, वहीं विदेशी पर्यटकों की संख्या लगभग 7.30 लाख रही।
पटना में तीन पांच सितारा में एक हजार करोड़ निवेश : सचिव
पर्यटन सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि पटना में तीन पांच सितारा होटल के लिए निविदा प्रकाशित की जा चुकी है। इससे करीब 1000 करोड़ रुपये निवेश आएगा। होटल पाटलिपुत्र अशोक, बांकीपुर बस स्टैंड, तथा सुल्तान पैलेस परिसर की भूमि पर पीपीपी मोड में पांच सितारा होटल बनेगा। सीतामढ़ी, रोहतास एवं बक्सर जिलों में बजट होटलों के निर्माण के लिए 84.27 करोड़, तो मुंगेर के असरगंज में तीर्थयात्री शेड तथा कैफेटेरिया निर्माण के लिए ₹14.88 करोड़ रुपये दिये गए हैं।
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