राजधानी के 55 इलाके तक पहुंची किलकारी की गूंज
किलकारी बाल भवन अब पटना के 55 इलाकों तक फैल गया है। 2022 में सिर्फ 10-15 इलाकों से बच्चे दाखिला लेते थे, जबकि अब मानसिक रूप से बीमार बच्चों का भी नामांकन हो रहा है। कुल 3000 सीटें हैं, और अब 50 से...

किलकारी बाल भवन अब राजधानी पटना तक ही सीमित नहीं रह गया है, बल्कि धीरे-धीरे जिले के तमाम इलाके भी इससे जुड़ते जा रहे हैं। 2025 में दाखिले की प्रक्रिया में राजधानी के 55 इलाके तक किलकारी की गूंज पहुंच चुकी है, जबकि तीन साल पहले यानी 2022 में दस से 15 इलाके के ही बच्चे किलकारी बाल भवन में नामांकन लेते थे। अब इसका दायरा बढ़ता जा रहा है। 2024 में 40 इलाके के बच्चों ने दाखिला लिया था, लेकिन इस वर्ष 15 और नये इलाके इसमें शामिल हुए। बता दें कि किलकारी बाल भवन में आठ से 14 साल तक के बच्चे का दाखिला लिया जाता है।
स्कूली शिक्षा के अलावा विभिन्न गतिविधियों में भी बच्चे की दिलचस्पी हो, इसके लिए अभिभावक अब किलकारी बाल भवन में बच्चे का नामांकन करवा रहे हैं। नामांकन के लिए कुल तीन हजार सीटें हैं। इन सीटों पर नामांकन पहले भी होता था, लेकिन कुछ ही इलाके के बच्चे नामांकन ले पाते थे। अब इलाकों की संख्या बढ़ती जा रही है। - मानसिक रूप से बीमार बच्चे ले रहे नामांकन : किलकारी बाल भवन में पहले मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों का दाखिला नहीं होता था, लेकिन अभिभावकों की मांग पर मानसिक रूप से बीमारी बच्चे भी अब किलकारी बाल भवन में प्रशिक्षण लेते हैं। अब स्थिति यह है कि सौ से ज्यादा मानसिक बीमार बच्चे ने किलकारी में दाखिला लिया है। इन बच्चों को सामान्य बच्चों के बीच रखा जाता है। इससे इनके स्वास्थ्य होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। जो बच्चे बोल नहीं पाते हैं, वो कुछ-कुछ शब्द बोलने भी लगते हैँ। इन इलाकों से आते हैं बच्चे : लोहानीपुर, कंकड़बाग, सैदपुर, महेंद्रू, मुसल्लहपुर, कुम्हरार, नया टोला, मछुआ टोली, कदमकुआं, बाजार समिति, भिखना पहाड़ी, बंगाली अखाड़ा, रामधनीपुर, खजांची रोड, नाला रोड, दानापुर, खेमकी चक, जगनपुरा, भबरपोखर, खेतान मार्केट इलाका, पटना सिटी, गुलजारबाग, बाकरगंज, दरियापुर, लोदीपुर, अगमकुआं, खजूरबन्ना, त्रिपोलिया, चूड़ी मार्केट, बख्तियारपुर, न्यू पुलिस लाइन, छोटी पहाड़ी, बभन टोली, अशोक राजपथ, न्यू पुरंदरपुर, बैरिया, काजीबाग, ट्रांसपोर्ट नगर, गायघाट, चिरैयाटाड़, बहादूरपुर, दीघा, सिपारा, संपतचक, दानापुर, फुलवारी सरीफ और सगुना मोड़ आदि कोट किलकारी बाल भवन में कई ऐसे इलाके से भी बच्चे आ रहे हैं, जो काफी दूर है। अब तक 50 से ज्यादा इलाके के बच्चे बाल भवन से जुड़ चुके हैं। इतने बच्चे जुट रहे हैं कि नामांकन लेना संभव नहीं हो पाता है। हमें लौटाना पड़ता है। ज्योति परिहार, निदेशिका, किलकारी बाल भवन
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