मछुआरों के राहत सह बचत योजना की आवेदन प्रक्रिया शुरू
पूर्णिया में मत्स्य निदेशालय ने गरीबी रेखा के मछुआरों के लिए राहत सह बचत योजना के तहत जागरुकता अभियान शुरू किया है। मछुआरों को 31 मई तक ऑनलाइन आवेदन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस योजना से...

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। मत्स्य निदेशालय ने राज्य के नदियों से मछली पकड़ने का काम करने वाले गरीबी रेखा के मछुआरे को राहत पहुंचाने के लिए जागरुकता अभियान चलाया है। इसके तहत राहत सह बचत योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन के लिए जागरुक किया जा रहा है। 31 मई तक ऑनलाइन आवेदन किया जाएगा। यह योजना राज्य की नदियों में मत्स्य संपदा के संरक्षण एवं मछुआरे को आर्थिक सहायता करने के मकसद से शुरु किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्वेश्य मछली प्रजनन के समय में मत्स्य शिकारमाही पर रोक लगाकर मछलियों को प्रजनन का पर्याप्त अवसर देकर मछली पर आश्रित मछुआरे को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस पहल से नदियों में मत्स्य बीज का प्राकृतिक संचयन बढ़ेगा और उत्पादकता में भी सकारातमक विकास होगा। इस योजना के तहत प्रत्येक मछुआरे से 1500 रुपए का अंशदान लेकर राज्य सरकार से 1500 रुपए एवं भारत सरकार से भी 1500 रुपए का अंशदान लिया जाएगा। इस प्रकार मछुआरे के लिए कुल 4500 रुपए की राशि राहत स्वरुप प्रतिसाल प्रतिबंधित महीने जून, जूलाई अगस्त महीने में उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना से जून से अगस्त तक मछुआरे को आर्थिक सहायता मिलेगी। नदियों में मछलियों के प्रजनन में विकास होगा। मछुआरे को जीवन यापन में काफी सहूलियत मिलेगी। बाढ़ के समय मे मछुआरे को राहत मिलेगी। इस संबध मे जिला मत्स्य पदाद्यिकारी जय शंकर ओझा ने बताया कि राहत सह बचत योजना को लेकर मछुआरे के बीच जागरूकता अभियान चलाकर अधिक से अधिक मछुआरे का ऑनलाइन आवेदन कराया जा रहा है।
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