पटना के बेउर जेल में छापेमारी, कैदियों के पास से क्या-क्या मिला
- बताया जा रहा है कि पटना के बेउर जेल में सुपरिटेंडेंट नीरज कुमार झा के नेतृत्व में यह छापेमारी की गई है। बता दें कि पटना के बेउर जेल में कई कुख्यात अपराधी बंद हैं। अनुमान के मुताबिक इस जेल में करीब 4600 कैदी कैद हैं। इनमें से कई ऐसे भी हैं जिनपर कई संगीन इल्जाम हैं।

बिहार की राजधानी पटना से बड़ी खबर आ रही है। देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक मानी जाने वाली पटना स्थित बेउर जेल में पुलिस-प्रशासन ने छापेमारी की है। इस छापेमारी से जेल में बंदियों के बीच हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि सुपरिटेंडेंट नीरज कुमार झा के नेतृत्व में यह छापेमारी की गई है। बता दें कि पटना के बेउर जेल में कई कुख्यात अपराधी बंद हैं। अनुमान के मुताबिक इस जेल में करीब 4600 कैदी कैद हैं। इनमें से कई ऐसे भी हैं जिनपर कई संगीन इल्जाम हैं। अचानक बेउर जेल में छापेमारी कर प्रशासन ने कई कैदियों के वार्ड को खंगाला है।
इस छापेमारी को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि छापेमारी के दौरान 4 स्मार्ट फोन और दो चार्जर बरामद किए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, बेउऱ में कैद एक कैदी रवि गोप के वार्ड से तीन मोबाइल फोन मिले हैं। यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस अब इस मामले में केस भी दर्ज कर सकती है।
मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि बिहार में अपराध नियंत्रण को लेकर पुलिस पूरी तरह से चुस्त है। इसी कड़ी में सुपरिटेंडेंट नीरज कुमार झा ने दलबल के साथ अचानक जेल के अंदर तलाशी अभियान चलाया। कहा जा रहा है कि बेउर जेल के अंदर एक गोदावरी वार्ड है। इस वार्ड में हार्डकोर अपराधियों को रखा जाता है। रवि गोप को इसी वार्ड में रखा गया है।
रवि गोप मूल रूप से पटना सिटी का रहने वाला है। उसपर करीब पांच संगीन आरोप हैं। उसपर हत्या, लूट और रंगदारी जैसे संगीन मामले दर्ज हैं। रवि गोप के बेड के नीचे से मोबाइल फोन मिला है। बड़ा सवाल यह है कि बेउऱ जेल में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रहती है लेकिन इसके बावजूद जेल के अंदर स्मार्ट फोन का मिलना हैरान करने वाला है। रवि गोप के बारे में कहा जा रहा है कि वो गोदावरी वार्ड में बंद कैदियों से पैसे लेकर उनकी बात फोन पर करवाता था। हालांकि, रवि गोप को लेकर इस बात की पुष्टि प्रशासन ने नहीं की है।