कामकाज में बरती लापरवाही तो हर महीने 10 DCLR नपेंगे, बिहार में मंत्री का फरमान
मंत्री संजय सरावगी ने कहा कि नियमित कार्यों के निरीक्षण से कार्यप्रणाली में सुधार आता है। जिम्मेवार अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करना चाहिए। समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में लोगों के अधिकतर मामले न्यायालयों में पहुंचते हैं।

बिहार में अब आम लोगों के कामों का निबटारा करने में कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। विशेषकर हर माह बिहार के ऐसे 10 डीसीएलआर (भूमि सुधार उप समाहर्ता) की पहचान की जाएगी जिनका कामकाज ठीक नहीं रहेगा। विभाग इन अधिकारियों पर प्रपत्र (क) गठित करेगा। इसके तहत उन्हें नोटिस दी जाएगी और संतोषप्रद जवाब नहीं देने पर विभागीय नियमानुसार कठोर कार्रवाई होगी। सोमवार को राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने सभी डीसीएलआर के कामकाज की समीक्षा की।
मंत्री संजय सरावगी ने कहा कि नियमित कार्यों के निरीक्षण से कार्यप्रणाली में सुधार आता है। जिम्मेवार अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करना चाहिए। भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय में 50 डीसीएलआर के कार्यों की समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में लोगों के अधिकतर मामले न्यायालयों में पहुंचते हैं। इसलिए इसको भी प्राथमिकता देकर समय से समस्या का समाधान करें। मंत्री ने कहा कि अभी विभाग पूरी तरह से डिजिटल मोड में है।
इसलिए आप सभी का दायित्व है कि नियमित रूप से कोर्ट कीजिये और सभी रिपोर्ट ऑनलाइन कीजिये। आम नागरिकों को कार्यालयों में दौड़ लगाने से इससे मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि फील्ड में कार्यरत अधिकारियों को भी ध्यान देकर लोगों की परेशानियों को कम करना होगा।
आमलोगों की परेशानी तभी दूर होगी जब उनके काम को समय से निपटाया जाएगा। इसलिए प्रतिमाह खराब काम करने वाले 10 डीसीएलआर को चिह्नित कर उनपर प्रपत्र क गठित कर विभागीय कार्रवाई की जाए। मौके पर अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह , विभागीय सचिव जय सिंह, भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशक कमलेश कुमार सिंह, संयुक्त सचिव अनिल कुमार पांडेय, आजीव वत्सराज मौजूद थे।