जमीन से जुड़े विवाद में लगातार दो हत्या से हडकंप घटना के उद्भेदन से हो सकते हैं कई खुलासे
सहरसा में हकपाड़ा निवासी दो व्यक्तियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मो अफसेर की हत्या 14 मार्च को हुई और मो फखरूद्दीन की 22 अप्रैल को। दोनों हत्याओं का कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है। स्थानीय लोग...

सहरसा, नगर संवाददाता सदर थाना क्षेत्र के हकपाड़ा निवासी दो व्यक्ति की गोली मारकर हत्या करने की घटना से हडकंप मच गया है। बीते 14 मार्च को हकपाड़ा निवासी मो अफसेर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे 14 मार्च को गोली मारी गई थी और 17 मार्च को पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जबकि 22 अप्रैल को मो फखरूद्दीन की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। फखरूद्दीन को शाम में गोली मारी गई थी और 23 अप्रैल की अहले सुबह इलाज के दौरान निजी क्लिनिक में मौत हो गई। जिस प्रकार मो अफसेर की हत्या जमीन विवाद को लेकर हुई थी। उसी प्रकार फखरूद्दीन की हत्या मामले में भी परिजन जमीन विवाद बता रहे हैं। मो अफसेर हत्याकांड में दो मुख्य अभियुक्त मो मोनाजिर औ मो मोजाहिद अभी तक फरार चल रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा आंशका व्यक्त किया जा रहा है कि बदले या वर्चस्व की भावना के कारण इस प्रकार की घटना आगे भी हो सकती है। पोस्टमार्टम कराने पहुचें सदर एसडीपीओ से स्थानीय लोगों ने पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग किया। स्थानीय लोगों के अनुसार हकपाड़ा आसपास बड़ी संख्या में जमीन खरीद बिक्री से लोग जुडें हुए हैं। जिसक कारण आपस मे हीं सभी लोगों को एक दूसरे से अदावत चलते रहती है। जिसके कारण डेढ़ महीने के दौरान दो हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। जमीन खरीद बिक्री से जुड़े सभी लोगों की नजर मत्स्यगंधा, गोबरगढ़ा, हकपाड़ा आसपास के जमीनों पर है। जिसको लेकर अक्सर मारपीट आदि की घटना, केस मुकदमा होते रहता है। इसके बाद भी जब मामला नहीं सुलझता है तो वह हत्या के रूप में सामाने आता है।
मृतक फखरूद्दीन रजिस्ट्री आफिस में निजी रूप में काम करता था। उसका भी कई लोगों से विवाद चल रहा था। लोगों का कहना है कि पुलिस अगर सही तरीके से घटना का उद्भेदन करे तो कई चौंकाने वाले मामले सामने आ सकते हैं। हाल के दिनों में हकपाड़ा आसपास जमीन व शराब कारोबार में शामिल लोगो की संख्या काफी बढ़ी है। जिसके कारण आपस में वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है।
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