सच्चे दिल से याद करने पर भगवान होते हैं खुश: रुपम राघव
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Newswrap हिन्दुस्तान, सासारामSun, 2 Feb 2025 07:44 PM

अकोढ़ीगोला, एक संवाददाता। मित्र में अमीरी-गरीबी नहीं देखी जाती है। जब भगवान कृष्ण के राजमहल के बाहर उनके मित्र सुदामा की आने की खबर लगी, तब भगवान कृष्ण नंगे पांव दौड़ते हुए सुदामा के पास पहुंच कर उनके गले से ऐसे लगे जैसे वे कई जन्मों बाद मिले थे। हमें भी भगवान से ऐसे ही मित्रवत प्रेम करना चाहिए। धन दौलत से भगवान खुश नहीं होते। सच्चे दिल से भगवान को याद करने पर ही वे आपकी हर मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। उक्त बातें शनिवार को बाजार स्थित काली मंदिर के जीर्णोंद्धार के मौके पर आयोजित भागवत कथा के दौरान वृंदावन से आई कथावाचिका रूपम राघव ने कही।
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