महाजाम में फंसकर कराहते नजर आए मरीज व स्कूल बच्चे
नो-इंट्री लागू होने के बाद से बाजार में जाम की समस्या हुई गंभीर स्कूल में स्कूली बस से पढ़ने जाते हैं। लेकिन, बालू लदे हाईवा से बाजार में जाम के कारण ससमय स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। किराना, कपड़ा

अकोढ़ीगोला, एक संवाददाता। बाजार में बालू लदे वाहनों के परिचालन से जाम की समस्या नासूर बन गई है। वहीं सोमवार को भी जाम में मरीज व स्कूली बच्चों के वाहन घंटों फंसे रहे। इस दौरान जहां मरीज कराहते नजर आए। वहीं बच्चे भूख से बिलबिलाते देखे गए। बताया जाता है कि प्रशासनिक स्तर पर सुबह आठ बजे से लेकर रात नौ बजे तक शहर में बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक लगायी गई है। बावजूद इसके बालू लदे हाईवा बाजार में धड़ल्ले से प्रवेश कर रहे हैं। इससे जाम की समस्या गंभीर हो जा रही है। वहीं स्थानीय अधिकारी मूकदर्शक बने हैं।
स्थानीय रमेशचंद्र गुप्ता, मो. साबिर अंसारी, सुनील गुप्ता आदि ने बताया कि हमारे बच्चे जमुहार स्कूल में स्कूली बस से पढ़ने जाते हैं। लेकिन, बालू लदे हाईवा से बाजार में जाम के कारण ससमय स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। किराना, कपड़ा व ज्वेलर्स व्यवसाई गोपाल साह, धर्मेन्द्र प्रसाद गुप्ता, नारायण सेठ आदि ने बताया कि पूर्व में बालू लदे वाहनों के बाजार में आवाजाही के बाद भी दुकानदारी पर असर नहीं पड़ता था। लेकिन, अब बालू लदे हाईवा से सुबह से देर रात तक बाजार में जाम की समस्या बनी रहती है। जिससे उनके व्यवसाय पर असर पड़ रहा है। बताया कि रविवार देर शाम में इतने बालू लदे वाहन खड़े थे कि बाजार से निकलने में दो घंटे से अधिक समय लग गया। बताया कि पुलिस बल की मौजूदगी में बालू लदे वाहन नो-इंट्री में बाजार में सरपट दौड़ रहे हैं। ऐसे में लगता है कि स्थानीय पुलिस व प्रशासन के लोगों की बालू माफिया से सांठ-गांठ है। बताया कि जाम के कारण कई बारात लगने में अगले दिन भोर जाती है। कहा पूर्व में ऐसी जाम कभी-कभार देखने को मिलती थी। लेकिन, नो-इंट्री के बाद से समस्या गंभीर हो गई है। थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि नो इंट्री के समय में बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिदिन चालान काटे जाते हैं। अंचलाधिकारी निधि ज्योत्सना ने बतायी कि थानाध्यक्ष से बात कर जाम पर अंकुश लगाया जायेगा।
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