बज्जिका भाषा को मिल रही नई ऊर्जा
सीतामढ़ी में कवि राम किशोर सिंह चकवा द्वारा बज्जिका भाषा के संरक्षण के लिए 'चलो गांव की ओर' अभियान की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में प्रो. हंसलाल ने अध्यक्षता की और चकवा ने प्रेरणादायक कविता से कार्यक्रम...

सीतामढ़ी। बज्जिका भाषा के संरक्षण व संवर्धन को लेकर कवि राम किशोर सिंह चकवा द्वारा चलो गांव की ओर अभियान की शुरुआत सोमवार को विशनपुर गांव के राम जानकी मठ परिसर में की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. हंसलाल ने की, जबकि संचालन स्वयें चकवा ने किया। उन्होंने अपनी प्रेरणादायक कविता जागु भइया जागु बहिनाङ्घ से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वे बज्जिका को वश्वि के पहले गणराज्य बज्जि गणराज्य की प्राचीन भाषा बताते हुए इसे अष्टम अनुसूची में शामिल करने की जरुरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बज्जिका पूरे तिरहुत व नेपाल तराई क्षेत्र में बोली जाती है, लेकिन अभी तक उपेक्षित है। अन्य वक्ताओं ने भी बज्जिका के उत्थान के लिए समाज को जागरुक होने की अपील की। अध्यक्षीय भाषण में प्रो. हंसलाल ने अभियान को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया। मौके पर भाजपा नेता विकास कुमार समेत दर्जनों गणमान्य लोगों ने बज्जिका भाषा के समर्थन में एकजुटता दिखाई।
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