Residents of Adarsh Nagar Colony in Varanasi Demand Solutions for Sewer Overflow and Poor Infrastructure बोले काशी: सीवर ओवरफ्लो से हर दिन संघर्ष, कैसे बनें आदर्श, Varanasi Hindi News - Hindustan
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बोले काशी: सीवर ओवरफ्लो से हर दिन संघर्ष, कैसे बनें आदर्श

Varanasi News - वाराणसी के आदर्श नगर कॉलोनी के निवासियों ने पिछले 20 वर्षों से सीवर ओवरफ्लो और खराब सड़क जैसी समस्याओं का सामना किया है। कॉलोनी में सीवर लाइन तो बिछाई गई, लेकिन घरों से कनेक्शन नहीं किए गए हैं। लोग...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीTue, 22 April 2025 05:24 PM
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बोले काशी: सीवर ओवरफ्लो से हर दिन संघर्ष, कैसे बनें आदर्श

वाराणसी। ‘न तो नवशहरी हैं न परिसीमन के बाद वाराणसी नगर निगम से जुड़े। 21 वर्षों से चुन रहे पार्षद और मेयर। कोई कॉलोनी पर नया इलाका होने का तोहमत न लगाए। सीवर लाइन बिछी पर ज्यादातर घरों में कनेक्शन नहीं हुए। 10-12 वर्षों से हर सुबह से देर रात तक सीवर ओवरफ्लो की समस्या से सामना पड़ता है। हर जिम्मेदार की चौखट पर आवेदन के साथ दस्तक दी। समाधान नहीं हुआ। फिर हम अपनी कॉलोनी को किस मुंह से आदर्श कहें- ये आदर्श नगर (शिवपुर) कॉलोनी के बाशिंदों के उबलते जज्बात हैं। काशी के पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग से जुड़े कादीपुर (शिवपुर) वार्ड में आदर्श नगर की नींव सन-2002 में पड़ी। एक साल में लगभग डेढ़ सौ मकानों के साथ कॉलोनी आबाद हो गई। हजार से अधिक बाशिंदों में ज्यादातर स्कूल-कॉलेज और विधि व्यवसाय से जुड़े हैं। लोगों ने सोचसमझ कर कॉलोनी का नामकरण किया। आज वे नाम की प्रतिष्ठा बचाने की कशमकश कर रहे हैं। ‘हिन्दुस्तान से बातचीत में कॉलोनी विकास समिति की अध्यक्ष शांति सिंह ने बताया कि पिछले 20 वर्षों से आदर्श नगर उपेक्षित है। यहां की सड़कें कच्ची हैं। पानी निकलने का कोई मार्ग नहीं है, हल्की बारिश में सड़क कीचड़ से भर जाता है। तब लोगों का घर से निकलना कठिन हो जाता है। समिति के सचिव अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि रास्ते में सीवर का पानी बहता है। तब बाइक-स्कूटी से भी निकलना मुश्किल होता है। बच्चे अक्सर इस गड्डायुक्त रास्ते में गिर जाते हैं। यहां तक कि कॉलोनी स्थित एक मंदिर का रास्ता भी सीवर ओवरफ्लो की समस्या से अछूता नहीं है।

अरुण के मुताबिक, कॉलोनी में सीवर लाइन बिछी मगर बिना घरों से कनेक्शन किए उसे जलकल को हैंडओवर कर दिया गया। हम लगातार गुहार लगाते रहे हैं। कई बार संबंधित नगर निगम से शिकायत की गई, कोई समाधान नहीं मिला। भुवनेश्वर सिंह, विवेक श्रीवास्तव की पीड़ा उभरी कि सीवर का गंदा पानी सड़क पर बहता है। पूरे दिन भीषण दुर्गंध उठती है। उससे बीमारी फैलने का खतरा मंडराता है।

सीवर कनेक्शन का भी इस्टीमेट!

कॉलोनी विकास समिति के कोषाध्यक्ष उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि सन-2014 से शायद कोई हफ्ता नहीं गया, जब हम सीवर समस्या के समाधान के लिए नगर निगम का दरवाजा न खटखटाते हों। बताया कि तीन वर्ष पहले नगर निगम के एक एई आए थे। समस्या से वाकिफ हुए। फिर बताया कि सीवर लाइन से घरों के कनेक्शन का इस्टीमेट बन गया है। जल्द ही काम होगा। नागरिकों ने सवाल उठाया कि जल निगम ने अधूरा काम कराया तो नगर निगम या जल कल को दोबारा इस्टीमेट बनवाने की जरूरत क्यों पड़ी? जल निगम से ही अधूरा काम करवाना चाहिए था। अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि हमें वस्तुस्थिति की जानकारी नहीं हो पा रही है। इस स्थिति में किस बात पर भरोसा किया जाए, वह भी तब जब समस्या बनी हुई है। चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि सड़क पर हमेशा सीवर बहने से गेल यहां गैस पाइप लाइन नहीं बिछवा सका है।

इससे तो गांव अच्छा

कॉलोनी विकास समिति की अध्यक्ष शांति सिंह, विजय शुक्ला, डॉ. रीना राय ने खराब सड़क की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा, ऐसी स्थिति में हमें गांव ही अच्छा मालूम पड़ता है। वहां कोई अपने को शहरी या नगर निगम क्षेत्र का बाशिंदा तो नहीं बोलता। बताया कि सड़क पर कभी खड़ंजा भी नहीं बिछा। सीवर लाइन बिछाने के लिए खुदाई हुई तो हालत पाइप बिछने के बाद भी नहीं सुधरी। आधे घंटे की बारिश भी हमारे लिए भारी पड़ जाती है। उन्होंने बताया कि बरसात में कीचड़ और जलजमाव की गंभीर समस्या पैदा हो जाती है।

सफाई को कौन पूछे भाई

बसंत श्रीवास्तव, चरण सिंह ने कहा कि जब सीवर और सड़क जैसी बुनियादी जरूरतों की ओर से सभी जिम्मेदार उदासीन हैं तो कॉलोनी में सफाई को कौन पूछेगा? बताया कि खास अवसरों पर कॉलोनी के लोग खुद से सफाई करवाते हैं। पूरी कॉलोनी में कूड़ा-कचरा बिखरा दिखता है। अविरल सिंह, आभा सिंह ने बताया कि यहां डोर-टू-डोर कूड़ा उठान की भी समस्या है। आसपास की कॉलोनियों में कूड़ा उठाने गाड़ी आती है, हम ही वंचित हैं। डस्टबिन की भी लोगों ने जरूरत बताई। आयुषी बोल पड़ीं, गंदगी के चलते मच्छरों ने डेरा डाल रखा है। कभी फॉगिंग नहीं होती, इस समस्या को भी उजागर करिएगा।

स्ट्रीट लाइटों के हम भी हकदार

आलोक श्रीवास्तव, जीतू कुमार, चंद्रशेखर सिंह ने घूमकर दिखाया कि कॉलोनी के एक दर्जन से अधिक खंभों पर स्ट्रीट लाइटें लगी हैं। उनमें दो-तीन जलती हैं, बाकी मुद्दत से खराब पड़ी हैं। इलाकाई पार्षद को इस समस्या की जानकारी दी गई है। उनसे आश्वासन मिला कि नगर निगम में लाइटें आएंगी तो आपके यहां लग जाएगी, उसी समय खराब लाइटों की मरम्मत भी हो जाएगी। आनंद श्रीवास्तव ने एक साल से कहा कि न नई लाइटें आईं, खराब लाइटें बनाने के लिए कोई आया है। शाम के बाद लोगबाग घरों से बहुत जरूरी होने पर ही निकलते हैं। नागरिकों ने कुछ जगहों की पर बिजली के खंभों की जरूरत बताई तो झूल रहे ढीले तारों की ओर भी ध्यान खींचा।

यहां कर चुके हैं शिकायतें

आदर्श नगर कालोनी विकास सेवा समिति की अध्यक्ष शांति सिंह, सचिव उमेश श्रीवास्तव और कोषाध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि समस्याओं के समाधान के लिए पीएमओ के जनसंपर्क कार्यालय, नगर निगम, जलकल, नगर आयुक्त, बिजली विभाग, गंगा प्रदूषण, विधायक/राज्यमंत्री और पार्षद से गुहार लगा चुके हैं। सभी के आश्वासन पूरा होने का इंतजार है।

सुझाव

1. कॉलोनी के सभी घरों से सीवर लाइन का कनेक्शन कराया जाए। साथ ही, लापरवाही के लिए जल निगम से जुर्माना भी वसूला जाए।

2. कॉलोनी की सड़क का जल्द से जल्द पक्का निर्माण हो। जलनिकासी के लिए नाली और एक नाले का भी निर्माण जरूरी है।

3. पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग से भी जुड़ा होने के कारण आदर्श नगर में सफाई और कूड़ा उठान की मुकम्मल व्यवस्था की जाए।

4. कॉलोनी में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत कराई जाए। इसके अलावा जहां नहीं हैं, वहां नई लाइटें लगवाई जाएं।

5. बिजली के ढीले तार कसे जाएं। जरूरत के अनुसार बिजली के खंभे लगवाए जाएं ताकि कोई हादसा न हो।

शिकायतें

1. कॉलोनी में सीवर लाइन बिछी मगर उससे घरों के कनेक्शन नहीं किए गए हैं। सन-2014 से सीवर ओवरफ्लो की समस्या बहुत गंभीर हो गई है।

2. सन-2003 में कॉलोनी तैयार हुई मगर सड़क का निर्माण नहीं हुआ। आज भी कच्ची सड़क परेशानी की वजह है। बरसात में कीचड़ हो जाता है।

3. कॉलोनी में न सफाईकर्मी आते हैं और न कूड़ा उठाने वाली गाड़ी जबकि यह कॉलोनी पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग से भी जुड़ी है।

4. कई खंभों पर लगी स्ट्रीट लाइटें कई माह से खराब हैं। न उनकी मरम्मत की जा रही है और न उनकी जगह नई लगाई जा रही है।

5. बिजली के तार कई जगह ढीले होकर लटक रहे हैं। उनसे हादसे की आशंका रहती है। कुछ खंभे भी नहीं लगे हैं।

सुनें हमारी पीड़ा

समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव जगह गए मगर सभी से हमें आश्वासन ही मिला है पिछले 20 वर्षों में।

-शांति सिंह

तीन वर्ष पहले सीवर समस्या के समाधान के लिए इस्टीमेट भी बना मगर उसका क्रियान्वयन नहीं हुआ है अब तक।

-उमेश श्रीवास्तव

यहां डोर-टू-डोर कूड़ा उठान की भी समस्या है। पास की कॉलोनियों में कूड़ा उठाने गाड़ी आती है, हम ही वंचित हैं।

-आभा सिंह

कॉलोनी बनने के बाद सड़क का निर्माण नहीं हुआ। बरसात के दिनों में चलना मुश्किल हो जाता है।

-डॉ. रीना राय

कॉलोनी के मंदिर तक जाने का रास्ता भी सीवर ओवरफ्लो के कारण निरापद नहीं रहता। बहुत दिक्कत होती है।

-विजय शुक्ला

खंभों पर स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था नहीं है। कुछ खंभों हैं भी तो जलती नहीं। एक साल से यह समस्या है।

-बसंत श्रीवास्तव

गंदगी के चलते मच्छरों ने कॉलोनी में डेरा बना रखा है। कभी न सफाई होती है और न ही फॉगिंग कराई जाती है।

-आयुषी

समस्याओं के समाधान के लिए सभी जिम्मेदारों से गुहार लगा चुके हैं। सभी के आश्वासन पूरा होने का इंतजार है।

-अरुण श्रीवास्तव

सड़क पर सीवर ओवरफ्लो करते रहने से गैस की पाइप लाइन नहीं बिछी है। यह कॉलोनी एक सुविधा से वंचित है।

-भुवनेश्वर सिंह

बरसात के दिनों में जलजमाव की बहुत गंभीर समस्या पैदा हो जाती है। एक नाले का निर्माण बहुत जरूरी है।

-विवेक श्रीवास्तव

सन-2014 से सीवर की समस्या झेल रहे हैं। पता नहीं कब इससे मुक्ति मिलेगी। कोई बताने वाला भी नहीं।

-चंद्रशेखर सिंह

बिजली के ढीले तार कई जगह झूल रहे हैं। विभाग से लिखित शिकायत की गई है। उसे भी नजरंदाज कर दिया गया।

-नंद कुमार झा

जल निगम से बात हुई है

एलएंडटी कंपनी ने सीवर लाइन का काम अधूरा छोड़ दिया, जिसके फलस्वरूप इस क्षेत्र में सीवर की समस्याएं उत्पन्न हुई हैं। इस सम्बन्ध में जल निगम के अधिकारियों से बात की गई है। जलकल के सचिव और एक्सईएन को भी अवगत कराया है। बिजली से जुड़ी समस्या के समाधान का प्रयास कर रहे हैं। रास्ते की मरम्मत के लिए नापी हो गई है। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन होता है।

-बलराम कनौजिया, पार्षद, कादीपुर

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