एक दशक बाद भी नहीं बनी पुलिया पर रेलिंग
बड़हरिया के भलुआ गांव के समीप नहर पर स्थित पुलिया पर रेलिंग का निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों में नाराजगी है। इससे कई बार वाहन नहर में गिर चुके हैं। ग्रामीणों ने विभाग से रेलिंग के निर्माण की मांग की...

बड़हरिया। प्रखंड़ के बड़हरिया तरवारा मुख्यमार्ग के पट्टी भलुआ गांव के समीप नहर पर स्थित पुलिया पर विभागीय लापरवाही से एक दशक बीत जाने के बाद भी महज रेलिंग का निर्माण नहीं हो सका। जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है।इधर पुलिया का रेलिंग नहीं होने से हमेशा खतरा की संभावना बनी रहती है। इतना ही नहीं सड़क पर वाहन चालक पुलिया को समझते पाते तब तक गाड़ी लेकर नहर में गिर जाते हैं। यह सड़क से होकर देश से सभी राज्यों में बस सहित अन्य वाहन लगातार आती जाती रहते हैं। इसके अलावा ये सड़क पटना सहित अन्य राज्यों की जोड़ने वाली सड़क है। इतना ही नहीं खतरे के पहचान के लिए आसपास के ग्रामीण सहित दुकानदार वहां लकड़ी के सहारे लाल कपड़ा लटका कर खतरे का इजहार करते है। फिर भी बहुत से चालक इसको नहीं समझ पाते है। इतना ही नहीं बालू लदा ट्रक भी खूब चलते हैं। लेकिन कई बार तो सड़क पर रेलिंग को समझते समझते नहर में गिर चुके हैं। पुलिया पर रेलिंग के निर्माण के लिए वहां के ग्रामीण सड़क को भी जाम कर चुके हैं। लेकिन रेलिंग का निर्माण नहीं हो सका है। रेलिंग के अभाव में बारात से भरी बस गिरने से हो चुकी है मौत नहर के पुलिया पर रेलिंग नहीं रहने से 2014 में 29 मई को जीवी नगर थाना क्षेत्र के बभनवारा से महादेवा ओपी थाना क्षेत्र के हकाम में जारही बाराती से भरा बस को पुलिया के नीच गिर जाने से बस में दबकर एक बाराती की मौत घटना स्थल पर हो गई थी और एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रुप से घायल हुए थे। जिसका इलाज पीएचसी में किया गया था। जिस घटना के दूसरे दिन पट्टी भलुआ के आसपास के गांव के लोगों ने स्थानीय प्रशासन से नाराज होकर सड़क को जाम कर कई पदाधिकारियो को बंधक बनाया था। वरीय पदाधिकारी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि के समझाने और रेलिंग का निर्माण तुरन्त कराने के आश्वसन के बाद जाम हटाया गया था। ग्रामीणों ने गंडक विभाग से रेलिंग का निर्माण की मांग इधर ग्रामीण टूना अंसारी, मुना अंसारी, अली अफसर खान, अर्जुन पंडित सहित अन्य ग्रामीणों ने गंडक विभाग को आवेदन देकर निर्माण की मांग कर चुके है। टुन्ना अंसारी ने बताया कि विभाग इतना तक देखने तक नहीं आया। ग्रामीणों का कहना है कि जब भी आवेदन दिया जाता है एक दो दिन में देख लेने के आश्वासन कहकर टाल दिया जाता है। टूना अंसारी का कहना है कि अगर किसी प्रकार घटनाएं अगर होती है तो इसका जवाबदेही विभाग का होगा। दर्जनों बार गिरे है छोटी बड़ी वाहन पुलिया पर रेलिंग नहीं होने से वहां छोटी बड़ी घटना हमेशा घटती रहती है। बड़हरिया से गोरियाकोठी के सादिकपुर जारहे एकही परिवार के सभी लोग मारुति वान पुलिया के नीच गिर गए थे। जिससे महिला सहित कई घायल हुए थे। वही रानीपुर से जारही बारात की पिकअप भी नहर में गिर गया था। एक दर्जन से अधिक टेम्पू व बाइक तो रेलिंग के अभाव में गिर चुके है। इतनी बड़ी घटना लगातार होने के वावजूद भी स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों का कान खड़ा नहीं हो रहा है।
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