सत्तू, आम की चटनी और गुड़ खाकर मनाया गया सतुआन
रघुनाथपुर में पारंपरिक त्योहार सतुआन श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस पर्व पर श्रद्धालुओं ने स्नान किया, दान दिया और सत्तू तथा आम की चटनी का भोग अर्पित किया। सूर्य का मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश होने...

रघुनाथपुर, एक संवाददाता। जिले में पारंपरिक त्योहार सतुआन पूरी श्रद्धा के साथ मनाया गया। सूर्य के मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करने पर यह पर्व मनाया जाता है। यह त्योहार सदियों से मनाया जाता हैं। बिहार में सतुआन का पर्व लोकप्रिय है। इस मौक़े पर सोमवार को श्रद्धालुओं ने स्नान व दान किया। इसके सत्तू और आम की चटनी का भोग लगाकर आंनद लिया। श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा-पाठ भी किया। भांटी गांव के ओम पांडेय ने कहा कि सुबह में ही लोगों ने स्नान किया और देव-देवी को मंदिरों में जौ का सत्तू, गुड़ और आम का टिकोरा भी चढ़ाया। इन्हीं सामग्रियों का दान भी किया और पूजा-पाठ के बाद घरों में सत्तू का ही सेवन किया गया। पंडितों के मुताबिक सोमवार को सूर्य ने मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश किया है। मेष संक्रांति पर्व पर श्रद्धालुओं ने भगवान विष्णु की अराधना की। पर्व में सत्तू और आम की चटनी खाने का विधान है। पं. नवीन पांडेय ने बताया कि सूर्य के मेष राशि में प्रवेश कर जाने के बाद खरमास भी समाप्त हो गया है। साथ ही सभी तरह के मांगलिक कार्य शुरू हो गया है। शरीर की तपिश दूर करता है चना की सत्तू गांव के लोगों का मानना है कि इस पर्व पर सत्तू का सेवन करने का वैज्ञानिक कारण भी है। गर्मी के दिनों में सूर्य की तपिश से शरीर का पित्त कुपित हो जाता है। इससे निजात पाने के लिए आम के टिकोरे की चटनी, चना, मटर, जौ व मकई की मिश्रित सत्तू के साथ सेवन करने से धूप का असर कम होता है। इसी क्रम में लोग आम का पना (तरल पेय) पीकर सूर्य की गर्मी से होने वाले दुष्प्रभाव को दूर करते हैं। इस पर्व को लेकर सत्तू की दुकानों में सोमवार को सत्तू की अच्छी बिक्री देखने को मिली।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।