सुपौल : रसोइया के शव को सड़क पर रख फिर किया जाम
छातापुर में उच्च माध्यमिक विद्यालय गिरधरपट्टी में एमडीएम बनाते समय आग लगने से रसोईया की मौत हो गई। परिजन और ग्रामीणों ने शव के आने पर सड़क जाम कर दिया और उचित मुआवजे की मांग की। पुलिस और प्रशासनिक...
छातापुर, एक प्रतिनिधि। उच्च माध्यमिक वद्यिालय गिरधरपट्टी में एमडीएम बनाने के दौरान आग में झुलसकर हुई रसोईया की मौत मामले में एक बार फिर परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। रविवार शाम पोस्टमार्टम के बाद शव गिरधरपट्टी पहुंचने पर ग्रामीणों ने स्कूल के पास फिर से सड़क जाम कर दिया। रविवार शाम पांच बजे से सोमवार सुबह 11 बजे तक यानि 18 घंटे तक सड़क जाम कर आवागमन को बाधित रखा गया। जाम में शामिल लोग एचएम को स्थल पर बुलाने, स्कूल प्रबंधन पर कानूनी कार्रवाई करने, डीएम को स्थल पर बुलाने सहित उचित मुआवजा तत्काल देने की मांग कर रहे थे। जाम की सूचना पर रविवार रात एएसएचओ मो. साहिद पुलिस बल के साथ स्थल पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन गुस्साए लोगों ने जाम नहीं हटाया। परिजन व ग्रामीण पूरी रात शव को सड़क पर रखकर जाम रखा। सोमवार को सीओ राकेश कुमार, पुलिस अंचल निरीक्षक सुनील कुमार पासवान, थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार, स्थल पर पहुंचे और जाम को खत्म कर शव का अंतिम संस्कार कराने का अनुरोध किया। कई घंटो तक परिजन व ग्रामीणों से चले वार्ता के दौरान विभागीय प्रावधान के तहत जल्द से जल्द समुचित मुआवजा दिलाने, स्कूल प्रबंधन की लापरवाही की जांच कर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया। वार्ता में कई घंटे तक शामिल रहे संजीव मश्रिा ने अपने स्तर से दाह संस्कार के लिए मृतका अमला देवी के पति धर्मदेव उरांव को 21 हजार नकद प्रदान कर आगे भी हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया। इसके बाद आक्रोशितों का गुस्सा शांत हुआ और शव को दाह-संस्कार के लिए घर ले गये। इसके बाद 18 घंटे से जारी जाम और प्रदर्शन खत्म हो गया।
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