तनिष्क ज्वेलर्स लूट: लुटेरों ने मनाली में छुट्टियां मनाई, एक महीने से आरा में डाल रखा था डेरा
- आरा के तनिष्क ज्वेलर्स में लूट से पहले और भागने के रूट तय पहले ही तय कर लिया गया था। उस आधार पर अपराधी करीब एक माह पूर्व ही भोजपुर में शरण ले रखी थी। उनके द्वारा रोज शोरूम की रेकी की जा रही थी।

आरा के बहुचर्चित तनिष्क शोरूम लूट में जांच के साथ रोज नये-नये तथ्य सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में पता चला है कि अपराधियों ने करीब एक माह पहले से ही आरा के समीप अपना डेरा जमा लिया गया था। इसके लिए बड़हरा के बबुरा इलाके में किराए पर एक मकान लिया गया था। बड़हरा इलाके के ही एक युवक द्वारा मकान दिलाने में मदद की गयी थी।
अब पुलिस उस युवक की तलाश में जुट गयी है। उसे लेकर पुलिस द्वारा उसके एक भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। उसकी निशानदेही पर पुलिस द्वारा छापेमारी की जा रही है। हालांकि उक्त युवक अब तक पुलिस के हाथ नहीं आ सका है।
इधर, एसटीएफ के एसपी संजय कुमार सिंह की ओर से प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि लूट की पूरी साजिश पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद बक्सर के कुख्यात अपराधी शेरू सिंह और वैशाली के चंदन उर्फ प्रिंस की ओर से रची गई थी। घटना को अंजाम देने के लिए दोनों द्वारा नये और कुछ ट्रेंड अपराधियों की मदद ली गई थी। इसके बाद पूरी प्लानिंग तैयार की गयी।
लूट से पहले और भागने के रूट तय पहले ही तय कर लिया गया था। उस आधार पर अपराधी करीब एक माह पूर्व ही भोजपुर में शरण ले रखी थी। उनके द्वारा रोज शोरूम की रेकी की जा रही थी। लूट की घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी रास्ते में कपड़े बदलने के बाद जेवर भी रिसीवर के हवाले कर दिया गया था।
इसके बाद कुछ अपराधी यूपी के बलिया स्टेशन के रास्ते भागे थे। वहीं कुछ अन्य रास्तों के अलावे भागे थे। इधर, एडीजी कुंदन कृष्णन के अनुसार लूट की घटना के अपराधियों ने यूपी, हरियाणा, छत्तीसगढ़, जम्मू और दिल्ली सहित छह राज्यों में शरण ली थी। घटना के बाद कुछ ने मनाली में छुट्टी मनाने भी गये थे।