उदय सिंह के परिवार का बड़ा रसूख, अध्यक्ष बनाकर प्रशांत किशोर ने क्या हासिल किया
उदय कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह को जन सुराज पार्टी का पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। दो बार लगातार भाजपा के सांसद रहे लेकिन 2014 में चुनाव हारने के बाद से वह राजनीतिक रूप से हाशिए पर थे।

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पूर्णिया से पूर्व भाजपा सांसद उदय सिंह को सर्वसम्मति से पार्टी का पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि अब वह जनसंपर्क पर ध्यान केंद्रित करेंगे तथा संगठन चलाने की जिम्मेदारी उदय सिंह और आरसीपी सिंह जैसे लोगों को सौंपेंगे। वर्ष 2004 और 2009 में पूर्णिया लोकसभा सीट जीतने वाले उदय सिंह सेवानिवृत्त नौकरशाह और पूर्व राज्यसभा सदस्य एन के सिंह के छोटे भाई हैं।
कौन हैं उदय कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह?
पप्पू सिंह के परिवार की राजनीति और नौकरशाही में गहरी पैठ रही है। जन सुराज पार्टी के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष 2014 से ही राजनीतिक रूप से हाशिये पर चले गए थे क्योंकि वह चुनाव हार गए और इसके बाद के दो लोकसभा चुनाव में राजग के भीतर सीट बंटवारे के तहत यह सीट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) के खाते में चली गई। 2019 में उन्होंने बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया, पर जीत नसीब नहीं हुई। 2024 में वह खुद मैदान में नहीं उतरे और निर्दलीय पप्पू यादव को अपना समर्थन दिया।
परिवार का बड़ा रसूख
पप्पू सिंह दो भाई और चार बहनें हैं। उनके पिता टीपी सिंह अफसरशाह रह चुके हैं। मां माधुरी सिंह पूर्णिया से दो बार कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं। बड़े भाई एनके सिंह रिटायर्ड आईएएस और जेडीयू से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। 2017 में केंद्र सरकार ने एनके सिंह को 15वें वित्त आयोग का अध्यक्ष बनाया था।
उदय कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह की एक बहन श्यामा सिंह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा की बहू हैं। श्यामा के पति निखिल कुमार आईपीएस रह चुके हैं। वो औरंगाबाद से सांसद भी रहे, उनके पिता भी इसी सीट पर 7 बार सांसद चुने गए। पप्पू की दो और बहनें राधा सिंह और कृष्णा सिंह भी आईएएस अधिकारी रही हैं। राजनीति हो या अफसरशाही दोनों में ही पप्पू सिंह के परिवार का दबदबा देखा जा सकता है।