इन 4 सरकारी बैंकों ने ब्याज दरें घटाईं, मौजूदा और नए ग्राहकों को होगा फायदा
- ब्याज दर में कटौती करने वाले बैंकों में पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक और यूको बैंक शामिल हैं। बैंकों के इस फैसले से उनके मौजूदा और नए उधारकर्ताओं दोनों को फायदा होगा।

सार्वजनिक क्षेत्र के चार बैंकों ने बुधवार को रेपो दर में कटौती किए जाने के कुछ घंटों के ही भीतर उधारी दरों में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती करने की घोषणा कर दी। ब्याज दर में कटौती करने वाले बैंकों में पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक और यूको बैंक शामिल हैं। बैंकों के इस फैसले से उनके मौजूदा और नए उधारकर्ताओं दोनों को फायदा होगा। अन्य बैंकों की तरफ से भी जल्द ही इसी तरह की घोषणा किए जाने की उम्मीद है।
बता दें आरबीआई ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर 6.0 प्रतिशत करने की घोषणा की थी। सार्वजनिक क्षेत्र के इन बैंकों ने शेयर बाजारों को अलग-अलग दी गई सूचनाओं में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से अल्पकालिक ऋण दर (रेपो रेट) में कटौती किए जाने के बाद ऋण दर में यह संशोधन किया गया है।
रेपो रेट घटने से बैंक क्यों कर देते हैं लोन सस्ता
रेपो रेट कम होने से बैंकों को आरबीआई से सस्ते दरों पर पैसा मिलेगा, जिससे वे होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन आदि पर ब्याज दरें कम कर सकते हैं। इससे ईएमआई (EMI) कम होगी और लोगों की मासिक बचत बढ़ेगी। छोटे व्यवसायियों और उद्यमियों को भी सस्ते लोन मिलेंगे, जिससे निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं।
घटी दरें कब से हैं प्रभावी
पीटीआई के मुताबिक चेन्नई स्थित इंडियन बैंक ने कहा कि उसकी रेपो-संबद्ध मानक उधारी दर (आरबीएलआर) 11 अप्रैल से 35 आधार अंकों की कटौती करके 8.70 प्रतिशत कर दी जाएगी। इस बीच, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने बृहस्पतिवार से आरबीएलआर को 9.10 प्रतिशत से संशोधित कर 8.85 प्रतिशत कर दिया है।
बैंक ऑफ इंडिया की नई आरबीएलआर 8.85 प्रतिशत है, जबकि पहले यह 9.10 प्रतिशत थी। बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि नई दर बुधवार से प्रभावी होगी। यूको बैंक ने कहा कि उसने उधारी दर को घटाकर 8.8 प्रतिशत कर दिया है, जो बृहस्पतिवार यानी आज से प्रभावी हो गई है।