आकाश वेपन सिस्टम बनाती है यह भारतीय कंपनी, लगातार शेयर खरीदने की मची है लूट
भारत-पाकिस्तान टेंशन के दौरान पाक के हमलों को नाकाम करने में स्वदेशी आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम ने जबरदस्त भूमिका निभाई है।

Bharat Dynamic Share: भारत-पाकिस्तान टेंशन के दौरान पाक के हमलों को नाकाम करने में स्वदेशी आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम ने जबरदस्त भूमिका निभाई है। यही वजह है कि बीते कुछ दिनों से लगातार डिफेंस कंपनी के शेयर में जबरदस्त खरीदारी बढ़ी है। इस बीच, आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम बनाने वाली कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) के शेयर लगातार फोकस में हैं। इसमें इन दिनों बंपर तेजी देखी जा रही है। आज सोमवार को भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के शेयर में 5% की तेजी देखी गई और यह शेयर 1607.80 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गया था। बता दें कि इससे पहले बीते शुक्रवार को भी इस शेयर में 10% तक की तेजी देखी गई थी।
पाकिस्तान की तबाही मचाने वाला मिसाइल
बता दें कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी हमलों को विफल करने के लिए भारत में निर्मित प्रणालियों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया। बता दें कि बीडीएल आकाश वेपन सिस्टम (AWS) का निर्माण करती है। यह एक कम दूरी का सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल सिस्टम है। इसकी रेंज 4.5 किलोमीटर से 25 किलोमीटर है। यह हवाई हमलों से सुरक्षा करता है। बीडीएल के अनुसार, सिस्टम में बिल्ट-इन इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटर मेज़र (ECCM) की सुविधा है और इसे बेहतर परिचालन लचीलेपन के लिए पूरी तरह से मोबाइल प्लेटफ़ॉर्म पर लगाया गया है। बता दें कि आकाश सिस्टम 2010 के दशक से भारतीय सेवा में हैं।
पीएम मोदी ने की प्रशंसा
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संक्षिप्त संबोधन में जो करीब 21 मिनट तक चला, पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकी ठिकानों पर “सटीक” और “संतुलित” हमले करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए भारत निर्मित हथियारों की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन भारत और पाकिस्तान द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद हमलों की एक श्रृंखला शुरू करने के करीब चार दिन बाद आया है, जो 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमलों का भारत द्वारा जवाबी कार्रवाई थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित आकाश मिसाइल प्रणाली से लेकर D4 एंटी-ड्रोन प्रणाली तक, कई तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया गया है।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत में निर्मित कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया गया?
भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किए गए भारत में निर्मित हथियारों पर एक नज़र:
डी4 एंटी-ड्रोन सिस्टम: एक स्वदेशी रूप से विकसित ड्रोन डिटेक्शन और न्यूट्रलाइजेशन सिस्टम, जिसका इस्तेमाल संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी ड्रोन हमलों को विफल करने के लिए किया गया था।
आकाश मिसाइल सिस्टम: पश्चिमी सीमा और नियंत्रण रेखा पर बड़े पैमाने पर तैनात एक स्वदेशी सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली, जिसने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने वाले पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को रोकने में मदद की।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल: ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल पहली बार लाइव कॉम्बैट में किया गया हो सकता है। रिपोर्टों के अनुसार, ब्रह्मोस ने पाकिस्तान के कई रणनीतिक एयरबेस और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया, जिससे काफी नुकसान हुआ।
भारत में निर्मित हथियारों के साथ-साथ रूसी और तुर्की निर्मित उपकरण जैसे कि एस-400 वायु रक्षा प्रणाली और कामिकेज़ ड्रोनों ने रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर, चुनियन, पसरूर और सियालकोट जैसे स्थानों पर पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों, रडार साइटों, गोला-बारूद के भंडारों और कमांड केंद्रों को निशाना बनाया।