आज से खुल रहा यह IPO, प्राइस बैंड ₹225, ग्रे मार्केट में अभी से 90% प्रीमियम पर शेयर
- Mach Conferences and Events IPO: अगर आप किसी आईपीओ में दांव लगाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए आज यानी 4 सितंबर से एक और मौका आ रहा है।

Mach Conferences and Events IPO: अगर आप किसी आईपीओ में दांव लगाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए आज यानी 4 सितंबर से एक और मौका आ रहा है। दरअसल, मैक कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स का आईपीओ निवेश के लिए कल बुधवार, 4 सितंबर से खुल रहा है। निवेशक इस इश्यू में शुक्रवार 6 सितंबर तक दांव लगा सकेंगे। मैक कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स आईपीओ की कीमत ₹214 और ₹225 प्रति शेयर के बीच तय की गई है। इसका फेस वैल्यू ₹10 है। इसमें आप न्यूनतम 600 शेयर बोली के लिए दांव लगा सकते हैं। ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर अभी 200 रुपये प्रीमियम पर उपलब्ध है। यानी कि प्राइस बैंड ₹225 के मुकाबले 425 रुपये पर लिस्टिंग संभावित है। इस हिसाब पहले ही दिन निवेशकों को 90% का मुनाफा मिल सकता है।
क्या है डिटेल?
मैक कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स आईपीओ की कीमत 125.28 करोड़ रुपये है। इसमें 50.15 करोड़ रुपये का नया इश्यू और 75.13 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है। कंपनी आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग कार्यशील पूंजी की जरूरतों और सामान्य कॉर्पोरेट खर्चों को पूरा करने के लिए करेगी। बीलाइन कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड बुक रनिंग लीड मैनेजर के रूप में मैक कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स आईपीओ की देखरेख कर रही है और स्काईलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है। स्प्रेड एक्स सिक्योरिटीज को मैक कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स आईपीओ के लिए मार्केट मेकर के रूप में नामित किया गया है।
कंपनी का कारोबार
कंपनी MICE (मीटिंग, प्रोत्साहन, सम्मेलन, प्रदर्शनी) और इवेंट उद्योगों के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई सेवाओं की एक डिटेल चेन प्रोवाइड कराती है। इसने छोटे व्यावसायिक समारोहों से लेकर बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजनों तक का आयोजन किया है। कंपनी ग्लोबल इवेंट प्लानिंग, प्रदर्शनी प्रबंधन और सम्मेलन मैनेजमेंट में माहिर है। इसके अलावा यह कुछ स्थानों पर सभी इवेंट लॉजिस्टिक्स की देखरेख करता है। मैक कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स लिमिटेड ने 31 मार्च, 2023 की तुलना में 31 मार्च, 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में रेवेन्यू में 68% की वृद्धि और कर के बाद लाभ (पीएटी) में 197% की तेजी देखी गई है।