₹3600 के पार जाएगा यह एनर्जी शेयर, एक्सपर्ट बोले- खरीदो, ट्रंप के नए टैरिफ का असर!
शेयरधारक लॉक-इन अवधि समाप्त होने के बाद लगभग 15 करोड़ शेयर कारोबार के लिए एलिजिबल गए।

Waaree Energies shares: वारी एनर्जीज के शेयर निवेशकों की नजर में बने हुए है। वारी एनर्जीज के शेयरों में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 8.8% की भारी गिरावट आई और बीएसई पर यह 2,590.20 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया था। शेयरों में इस गिरावट के पीछे लॉक-इन अवधि का खत्म होना है। शेयरधारक लॉक-इन अवधि समाप्त होने के बाद लगभग 15 करोड़ शेयर कारोबार के लिए एलिजिबल गए थे।
क्या है डिटेल
नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के अनुसार, ये 15 करोड़ शेयर कंपनी की बकाया इक्विटी का 53% हिस्सा हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि सभी शेयर बेचे जाएंगे। बस इतना है कि अगर शेयरधारक ऐसा करना चाहें तो अब उनका कारोबार किया जा सकता है। बता दें कि इसके बावजूद कंपनी ने चौथी तिमाही में मजबूत आय दर्ज की। मार्च तिमाही में कंपनी का मुनाफा 34.1% बढ़ गया और रेवेन्यू 36.4% उछल गया। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा, "वारी एनर्जीज ने अपनी अब तक की सबसे मजबूत तिमाही दर्ज की है। अब हम मजबूत संभावनाओं और मार्गदर्शन को देखते हुए DCF-आधारित टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 3,622 रुपये कर रहे हैं और 'बाय' रेटिंग दे रहे हैं।"
ट्रंप टैरिफ का भी असर
बता दें कि 3 सप्ताह से भी कम समय में इस शेयर में 70 प्रतिशत से अधिक की उछाल आई है। रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी के शेयर मार्च 2025 तिमाही में शानदार तिमाही नतीजे की घोषणा की। इसके अलावा चार दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से सोलर इक्विपमेंट के आयात पर अमेरिका द्वारा लगाए गए भारी एंटी-डंपिंग शुल्क के बीच शेयर फोकस में रहे। बता दें कि बीते सोमवार को संयुक्त राज्य अमेरिका ने कंबोडिया, वियतनाम, मलेशिया और थाईलैंड से सौर उपकरण आयात पर भारी एंटी-डंपिंग शुल्क लगाया। ट्रंप ने कंबोडिया को सबसे अधिक 3,521% शुल्क लगाया, जबकि वियतनाम और थाईलैंड क्रमशः 395.9% और 375.2% तक के शुल्क और मलेशिया पर 34.4% टैरिफ लगाया गया। इससे कंपनी के शेयरों में बंपर तेजी देखी गई।
मार्च तिमाही के नतीजे
वारी एनर्जीज ने अपने शुद्ध लाभ में साल-दर-साल (YoY) 34.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 618.9 करोड़ रुपये रहा, जबकि मार्च 2025 की तिमाही में इसके राजस्व में 36.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की इस कंपनी का एबिटा साल-दर-साल 120 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 922.6 करोड़ रुपये हो गया, जबकि तिमाही के लिए एबिटा मार्जिन बढ़कर 23 प्रतिशत हो गया।