sachin tendulkar stakeholder company made a deal of rs 452 crore share prices rose सचिन तेंदुलकर की हिस्सेदारी वाली कंपनी ने की ₹452 करोड़ की डील, शेयर के चढ़े भाव, Business Hindi News - Hindustan
Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़sachin tendulkar stakeholder company made a deal of rs 452 crore share prices rose

सचिन तेंदुलकर की हिस्सेदारी वाली कंपनी ने की ₹452 करोड़ की डील, शेयर के चढ़े भाव

सचिन तेंदुलकर वाले आजाद इंजीनियरिंग के शेयरों में आज 5 पर्सेंट की उछाल है। इस उछाल के पीछे स्विट्जरलैंड की कंपनी GE वर्नोवा के साथ ₹452 करोड़ का करार है।

Drigraj Madheshia लाइव हिन्दुस्तानMon, 5 May 2025 11:32 AM
share Share
Follow Us on
सचिन तेंदुलकर की हिस्सेदारी वाली कंपनी ने की ₹452 करोड़ की डील, शेयर के चढ़े भाव

सचिन तेंदुलकर वाले आजाद इंजीनियरिंग के शेयरों में आज 5 पर्सेंट की उछाल है। इस उछाल के पीछे स्विट्जरलैंड की कंपनी GE वर्नोवा के साथ ₹452 करोड़ का करार है। आजाद इंजीनियरिंग ने GE स्टीम पावर के साथ 6 साल का लॉन्ग-टर्म डील साइन की है। इसके तहत न्यूक्लियर, थर्मल और इंडस्ट्रियल पावर सेक्टर के लिए एडवांस्ड "एयरफॉइल" पार्ट्स बनाना।

इस डील की कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू करीब $53.5 मिलियन (₹452.48 करोड़) है। बता दें आजाद इंजीनियरिंग के शेयरों का एक बड़ा हिस्‍सा पूर्व भारतीय स्‍टार क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के पास है। 29 अप्रैल 2025 को हैदराबाद में नई फैसिलिटी यानी नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का उद्घाटन हुआ, जो GE वर्नोवा की ग्लोबल डिमांड पूरी करेगी।

तेंदुलकर ने कितना किया है निवेश

सचिन तेंदुलकर ने 6 मार्च 2023 को आजाद इंजीनियरिंग में करीब 5 करोड़ रुपये का निवेश किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईपीओ से पहले निवेश और स्‍टॉक स्प्लिट होने के बाद तेंदुलकर के पास 438210 शेयर थे। शेयर की एवरेज कॉस्‍ट 114.1 रुपये थी। सचिन के अलावा पी वी सिंधू, साइना नेहवाल और वीवीएस लक्ष्मण ने भी कंपनी में निवेश किया है।

शेयर प्राइस ट्रेंड

GE जैसे ग्लोबल क्लाइंट के साथ लॉन्ग-टर्म डील से निवेशकों को विश्वास बढ़ने से सोमवार को शेयर की ओपनिंग ₹1,585 पर हुई, जो पिछले क्लोजिंग ₹1,552.05 से 2% ऊपर थी। इसने इंट्राडे हाई के रूप में 5% की छलांग लगाया और ₹1,634.95 पर पहुंच गया।

लॉन्ग-टर्म ग्रोथ सिग्नल: 6 साल का करार कंपनी के रेवेन्यू स्टेबिलिटी को बढ़ावा देगा। जीई के साथ रिश्ता मजबूत होने से यह डील दोनों कंपनियों के बीच स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को और गहरा करती है।

ये भी पढ़ें:सचिन तेंदुलकर ने आजाद इंजीनियरिंग खरीदी अल्पांश हिस्सेदारी

क्या हैं कंपनी का लक्ष्य

न्यूक्लियर और थर्मल पावर सेक्टर में आजाद इंजीनियरिंग की मार्केट पोजीशन मजबूत हुई। कंपनी की क्षमता बढ़ाने और ग्लोबल ऑर्डर पूरे करने पर आजाद इंजीनियरिंग फोकस कर रही है। रिस्क की बात करें तो लंबी अवधि के करार में डिलिवरी और क्वालिटी चुनौतियां हो सकती हैं।

(डिस्‍क्‍लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

जानें Hindi News, Business News की लेटेस्ट खबरें, शेयर बाजार का लेखा-जोखा Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।