भारत-पाकिस्तान सीजफायर के बाद बदलेगा शेयर बाजार का हाल? इन 3 फैक्टर्स से तय होगी दिशा
Stock Market Outlook: पिछले हफ्ते शेयर बाजार की रफ्तार पर ब्रेक लग गया था। इसके पहले लगातार तीन हफ्तों तक स्टॉक मार्केट में तूफानी तेजी देखने को मिली थी। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव ने निवेशकों का मूड खराब कर दिया। जिसकी वजह से शुक्रवार को भारी बिकवाली देखने को मिली।

Stock Market Outlook: पिछले हफ्ते शेयर बाजार की रफ्तार पर ब्रेक लग गया था। इसके पहले लगातार तीन हफ्तों तक स्टॉक मार्केट में तूफानी तेजी देखने को मिली थी। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव ने निवेशकों का मूड खराब कर दिया। जिसकी वजह से शुक्रवार को भारी बिकवाली देखने को मिली। लेकिन शनिवार को हुए दोनों देशों के बीच सीजफायर की वजह से अब एक बार शेयर बाजार की स्थिति में सुधार की उम्मीद निवेशक लगाए बैठे हैं। आइए जानते हैं कि इस हफ्ते कौन-कौन सी वजहों से शेयर बाजार प्रभावित होगा।
1- तिमाही नतीजे और मंहगाई के आंकड़े
इस हफ्ते कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स और होलेसेल प्राइस इंडेक्स की जानकारी भारत सरकार की तरफ से दी जाएगी। मार्केट पर इन नतीजों का भी असर दिखेगा। इसके अलावा पीवीआर आईएनओएक्स, टाटा स्टील, भारती एयरटेल, गेल, हीरोमोटोकॉर्म, टाटा मोटर्स, गोदरेज इंडस्ट्रीज के नतीजे आएंगे। शेयरों बाजार की स्थिति पर इन कंपनियों के नतीजों का भी असर दिख सकता है।
2- एफआईआई की गतिविधियों पर रहेगी मार्केट की नजर
एफआईआई की तरफ से खरीदारी जारी है। एफआईआई ने 5087 करोड़ रुपये का खरीदारी घरेलू शेयर बाजारों में की है। इसके अलावा डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स ने 10,450 करोड़ रुपये का निवेश स्टॉक मार्केट में किया है।
3- इंडिया पाकिस्तान सीजफायर
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में तनाव लगातार बढ़ रहा था। लेकिन अब शनिवार देर शाम को सीजफायर होने के बाद अब स्थितियों में सुधार है। दोनों देश न्यूक्लियर समपन्न हैं। ऐसे में जितनी स्थिति खराब होती उसका असर मार्केट पर भी दिखता है। दूसरी तरफ रूस ने भी बिना शर्त के यूक्रेन से बातचीत करने का ऐलान किया है। इससे एक बार फिर से वैश्विक स्तर पर शांति होने की संभावना बढ़ रही है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ फैसला करें। यहां प्रस्तुत एक्सपर्ट्स के विचार निजी हैं। लाइव हिन्दुस्तान इस आधार पर शेयरों को खरीदने और बेचने की सलाह नहीं देता है।)