विजय केडिया के बेच दिए इस कंपनी के भारी भरकम शेयर, ₹240 पर आ गया भाव
- Vijay Kedia Portfolio Stock: शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने एक हेलीकॉप्टर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटा दी है। विजय केडिया ने चौथी तिमाही (Q4 FY2025) में कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 21 बीपीएस या 0.21 प्रतिशत घटा दी है।

Vijay Kedia Portfolio Stock: शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने एक हेलीकॉप्टर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटा दी है। विजय केडिया ने चौथी तिमाही (Q4 FY2025) में कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 21 बीपीएस या 0.21 प्रतिशत घटा दी है। यह कंपनी हेलीकॉप्टर सेवाएं देती हैं इसके शेयर NSE और BSE दोनों पर लिस्टेड हैं। स्टॉक का नाम- ग्लोबल वेक्टरा हेलीकॉर्प लिमिटेड (Global Vectra Helicorp Limited) है।
क्या है डिटेल
ट्रेंडलाइन डेटा के अनुसार, विजय केडिया ने मार्च तिमाही में अपनी हिस्सेदारी 5.07 प्रतिशत से घटाकर 4.86 प्रतिशत कर दी है। दिसंबर तिमाही में केडिया ने अपनी हिस्सेदारी 0.20 प्रतिशत बढ़ाकर 5.1 प्रतिशत कर दी है। ट्रेंडलाइन डेटा के अनुसार, 12 अप्रैल 2025 तक ग्लोबल वेक्टरा हेलिकॉर्प में विजय केडिया के निवेश का कुल वैल्यू 16.3 करोड़ रुपये है। विजय केडिया के पास ग्लोबल वेक्टरा हेलिकॉर्प में 3 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने नाम पर है, जबकि बाकी के 1.86 प्रतिशत हिस्सेदारी केडिया सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड के जरिए है। यानी दोनों मिलाकर कुल केडिया के पास वर्तमान में सिर्फ 679,218 शेयर रह गए हैं।
कंपनी के शेयरों के हाल
ग्लोबल वेक्टरा हेलिकॉर्प का शेयर शुक्रवार (11 अप्रैल) को एनएसई पर 240.01 रुपये पर हरे निशान में बंद हुआ। ग्लोबल वेक्टरा हेलिकॉर्प का शेयर 2025 में अब तक 15 फीसदी फिसला है। पिछले एक साल में हेलीकॉप्टर कंपनी के शेयरों में 59 फीसदी की तेजी आई है। दो साल में स्मॉलकैप स्टॉक ने 343 फीसदी का बंपर रिटर्न दिया है। दिसंबर 2024 तिमाही के शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, ग्लोबल वेक्टरा हेलिकॉर्प में प्रमोटरों की 75 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि शेष 25 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों के पास है।
बता दें कि तीसरी तिमाही (Q3 FY2025) में ग्लोबल वेक्टरा हेलिकॉर्प ने 3 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था। कंपनी ने 142.58 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया था। ग्लोबल वेक्टरा हेलिकॉर्प 336.63 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ भारत की सबसे बड़ी निजी हेलीकॉप्टर कंपनी होने का दावा करती है।