SSC भर्ती : आधार प्रमाणित तो गेट बंद होते समय भी एंट्री, न होने पर 2 घंटे पहले आएं, एसएससी ने जारी की नई आधार नीति
SSC Aadhaar policy : आधार ऑथेंटिकेशन न कराने वाले अभ्यर्थियों को परीक्षा के दिन केंद्र का गेट बंद होने के समय से कम से कम दो घंटे पहले रिपोर्ट करना आवश्यक होगा।

कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने अपनी तमाम भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की पहचान की पुष्टि और एग्जाम प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए नई आधार नीति जारी की है। आपको बता दें एसएससी ही केंद्र सरकार के मंत्रालय व विभिन्न विभागों में रिक्त ग्रुप बी व सी पदों को भरने के लिए भर्ती परीक्षाएं कराता है। एसएससी ने भर्ती परीक्षाओं में वैकल्पिक सुविधा के रूप में आधार बेस्ड ऑथेंटिकेशन शुरू किया है। असल अभ्यर्थी के स्थान पर दूसरे उम्मीदवार के बैठने जैसे फर्जीवाड़े व धोखेबाजी को रोकने के लिए एसएससी फोटोग्राफ और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जैसे पारंपरिक तरीकों के अलावा आधार बेस्ड ऑथेंटिकेशन को भी लागू करेगा। एसएससी ने नई नीति के जरिए पांच स्तरीय आधार सत्यापन लागू किया है।
आयोग ने साफ किया है कि परीक्षा प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में अभ्यर्थियों की पहचान की पुष्टि करना आवश्यक है, ताकि चयन प्रक्रिया की शुचिता बनी रहे। पारंपरिक विधियों जैसे कि फोटो और बायोमेट्रिक सत्यापन पहले से ही प्रचलन में हैं, लेकिन आधार-आधारित प्रमाणीकरण एक अतिरिक्त और अधिक सशक्त प्रणाली साबित होगी। वैसे तो आधार प्रमाणीकरण एक स्वैच्छिक विकल्प बना रहेगा लेकिन आयोग अभ्यर्थियों को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है। गलत तथ्य या जाली दस्तावेज प्रस्तुति करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें अयोग्यता भी शामिल है।
आधार न देने पर कई दस्तावेज देने होंगे, दो घंटे पहले आना होगा
- जो अभ्यर्थी आधार प्रस्तुत नहीं करना चाहते, उन्हें नाम, पिता का नाम, लिंग, जन्म तिथि, पता और फोटोग्राफ विवरणों के समर्थन में दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
- स्वीकृत दस्तावेज़ों में पैन कार्ड, पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल प्रमाण पत्र, यूटिलिटी बिल, बैंक पासबुक, किराया समझौता और हाल ही में खिंचवाया गया पासपोर्ट आकार का फोटो शामिल हैं।
- ये दस्तावेज स्पष्ट, अपडेट और सत्यापन योग्य होने चाहिए।
- ऐसे अभ्यर्थियों को परीक्षा के दिन केंद्र का गेट बंद होने के समय से कम से कम दो घंटे पहले रिपोर्ट करना आवश्यक होगा।
आधार प्रमाणीकरण का विकल्प चुनने में फायदा,
- प्रमाणीकरण के दौरान, अभ्यर्थियों की सहमति से ई-केवाईसी विवरण जैसे कि नाम, पिता का नाम, लिंग, जन्म तिथि, पता और फोटोग्राफ प्राप्त किए जा सकते हैं, ताकि सत्यापन और आवेदन प्रक्रिया को सुगम बनाया जा सके।
- जो अभ्यर्थी आधार प्रमाणीकरण का विकल्प चुनते हैं, उन्हें परीक्षा प्रक्रिया के दौरान कम जांच का सामना करना पड़ेगा।
- केवल फोटो या हस्ताक्षर में विसंगति के आधार पर ऐसे अभ्यर्थियों का आवेदन अस्वीकार नहीं किया जाएगा।
- परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए निर्धारित समय के करीब भी आने की अनुमति दी जाएगी, क्योंकि भौतिक सत्यापन औपचारिकताएं न्यूनतम होंगी। गेट बंद होने के समय के करीब भी एंट्री मिल सकेगी।
इन चरणों में सत्यापन
1- एकल अवसरीय पंजीकरण (ओटीआर) के समय आधार ओटीपी आधारित प्रमाणीकरण
2.- आवेदन जमा करते समय आधार फेस प्रमाणीकरण
3.- परीक्षा में सम्मिलित होने के समय आधार फिंगरप्रिंट या आइरिस आधारित बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण
4- शारीरिक दक्षता/मानक परीक्षणों या चिकित्सा परीक्षणों के समय आधार प्रमाणीकरण
5- दस्तावेज सत्यापन और अंतिम नियुक्ति के समय फिर से आधार प्रमाणीकरण